img

लखनऊ ।। यूपी में भाजपा की ओर से सीएम पद के लिए उम्मीदवार बनाए जाने की खबरें तो छह महीने तक खूब आती थीं, लेकिन इन खबरों पर विराम क्यों लग गया? क्या आप जानते हैं कि स्मृति ईरानी को लेकर भाजपा के आला नेताओं को अपना स्टैंड क्यों बदलना पड़ा।

यदि आप नहीं जानते तो पहले देखिए ये वीडियो

इस वीडियो में जो कुछ हुआ वह तो स्मृति ईरानी की हरकतों को लेकर हैरान कर देने वाला था। यह लोकसभा चुनाव का वही वीडियो है, जिसे देखने के बाद मोदी और अमित शाह ने फैसला कर लिया कि स्मृति ईरानी को यदि यूपी चुनाव में सीएम पद का प्रत्याशी बनाया गया तो वह कभी भी बवाल करवा देंगी और इससे दूसरे दलों को फायदा मिलेगा।

इस वीडियो में स्मृति ईरानी प्रियंका गांधी के पीए के गाल को टस करते हुए उसे विवाद को और बढ़ाने के लिए उकसा रही हैं कि वह कुछ हरकत करें। इस बावाल को पुलिसकर्मियों ने बड़ी ही मुश्किल से रोका था। यही वह वीडियो है जिसे यूपी में स्मृति ईरानी के प्रचार करने और सीएम पद के लिए उतारे जाने को लेकर भाजपा के नेताओं का मन बदल दिया था।

सूत्रों के मुताबिक, स्मृति ईरानी को यूपी में सीएम उम्मीदवार के रूप में प्रोजेक्ट इस लिए भी नहीं किया गया, क्योंकि वह यूपी की नहीं बाहरी थीं, इससे यूपी के लोगों में रोष आ सकता था। जिसका नुकसान भाजपा को होता। रोहित बेमुला का मुद्दा भी स्मृति ईरानी को लेकर अहम बताया जाता है। लोगों का मानना है कि स्मृति ईरानी के आऩे से रोहित बेमुला का मुद्दा यूपी में फिर गरमाता और भाजपा इसका जवाब नहीं दे पाती।

फोटोः लोकसभा चुनाव के दौरान स्मृति ईरानी और राहुल गांधी के पीए के साथ अमेठी में विवाद।