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इलाहाबाद ।। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं को जांचने के लिए शिक्षकों की ड्यूटी में भारी गड़बड़ी हुई है। 27 अप्रैल से शुरू हो रहे मूल्यांकन में गणित, बायोलॉजी और अंग्रेजी के शिक्षकों को हिन्दी की कॉपियां जांचने में लगा दिया गया है। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज इलाहाबाद में मूल्यांकन के लिए आवंटित तकरीबन दो दर्जन शिक्षिकाओं की सूची पहुंची तो सभी हैरान रह गईं।

गणित की शिक्षिका पारुल यादव व ज्योति अग्रवाल, भौतिक विज्ञान की प्रज्ञा मिश्र, बायोलॉजी की गीता व किरन गुप्ता, रसायन विज्ञान की मधु यादव, अंग्रेजी की चंदना मुखर्जी व रचना गुप्ता, संगीत की श्रद्धा मालवीय की ड्यूटी हाईस्कूल हिन्दी की कॉपी जांचने के लिए लगाई गई थी।

फिलहाल स्कूल की ओर से विषय में संशोधन के लिए बोर्ड को अनुरोध पत्र भेजा गया है। बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी के लिए स्कूलों से ऑनलाइन सूचनाएं ली जाती है। शिक्षकों के नाम के आगे विषय कोड लिखना होता है। कोड गलत भरने पर इस प्रकार की गड़बड़ी हो जाती है। जीजीआईसी की प्रधानाचार्या डॉ. इन्दु सिंह का कहना है कि जनवरी में उनके कार्यभार ग्रहण करने से पहले सारी सूचनाएं भेजी जा चुकी थीं।

इलाहाबाद जिले में आठ मूल्यांकन केन्द्र बनाए गए हैं। राजकीय इंटर कॉलेज, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, अग्रसेन इंटर कॉलेज, केसर विद्यापीठ, केपी इंटर कॉलेज, भारत स्काउट गाइड इंटर कॉलेज, सीएवी और एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज में कॉपियां जांची जाएंगी। स्कूलों को ऑनलाइन मान्यता दिए जाने के प्रस्ताव पर यूपी बोर्ड की बुधवार को होने वाली बैठक में मुहर लगेगी।

यूपी बोर्ड के सभापति अमरनाथ वर्मा की अध्यक्षता में बैठक में ऑनलाइन मान्यता के अलावा कक्षा 9 से 12 तक योग का पाठ्यक्रम बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी दी जाएगी। परीक्षा समिति, पाठ्यक्रम समिति आदि के प्रस्तावों पर भी विचार होगा। बैठक में सचिव शैल यादव, अपर सचिव प्रशासन शिवलाल व चारों क्षेत्रीय कार्यालयों के अपर सचिव भी मौजूद रहेंगे।

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