मेस संचालक और प्रोवोस्ट की बुधवार को कुलपति प्रो. एसपी सिंह के सामने पेशी हुई।
लखनऊ ।। लखनऊ विश्वविद्यालय के मेस संचालक अजीत ने सभी के सामने कहा कि वह हर महीने 70 हजार रुपये कमीशन देता था और नोटबंदी के बाद उसने सेल्फ चेक देकर कमीशन का भुगतान किया है। यह कमीशन चीफ प्रोवोस्ट से लेकर अन्य सभी मतहत तक जाता था।
इस दौरान यहां मौजूद छात्रों ने कहा कि उनसे 1050 रुपये रख-रखाव के नाम पर वसूले गए, लेकिन हॉस्टल के कमरे में स्विच, बल्ब व होल्डर भी खराब होता है, तो उन्हें ही जेब से रकम खर्च करते हैं। मेस संचालक अजीत और छात्रों द्वारा अव्यवस्था की शिकायत सुनकर कुलपति बेहद नाराज हुए। इसके बाद हॉस्टल के प्रोवोस्ट डॉ. एसपी सिंह से अलग से हिसाब-किताब लिया।
प्रोवोस्ट ने आरोपों से इंकार करते हुए अपना इस्तीफा कुलपति को सौंप दिया। कुलपति ने प्रोवोस्ट का इस्तीफा मंजूर कर लिया है और अब यहां नए प्रोवोस्ट की तैनाती होगी।
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