वेस्ट बंगाल में 30 जनवरी को दो दिवसीय दौरे पर आने से पहले केंद्रीय गृह मंत्री और BJP के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह ने दिल्ली में महत्वपूर्ण रणनीतिक बैठक की है। इसमें BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ सांगठनिक महासचिव बीएल संतोष और बंगाल के प्रभारी तथा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय शामिल हुए।
सीएम ममता बनर्जी ने जब से नंदीग्राम में चुनाव लड़ने की घोषणा की है। इसके बाद से राज्य में माहौल और बदला हुआ है। इसके अलावा उत्तर बंगाल के पहाड़ी क्षेत्रों पर पृथक गोरखालैंड का मुद्दा भी गरमाता जा रहा है। साथ ही राजधानी कोलकाता से सटे उत्तर 24 परगना और नदिया जिले में रहने वाले बांग्लादेश के शरणार्थी मतुआ समुदाय को स्थायी नागरिकता देने को लेकर भी सरगर्मी तेज हैं।
ममता बनर्जी के सांसदों, विधायकों और मंत्रियों के उनका साथ छोड़कर BJP में शामिल होने से प्रदेश भर में मतदाताओं का मनोभाव बदला हुआ है और BJP के पक्ष में माहौल बन रहा है। ऐसे में बंगाल में क्या कदम उठाए जाएं और किस तरह से प्रचार-प्रसार हो कि पार्टी 200 से ज्यादा सीटें जीत सके, इसी बारे में विस्तार से चर्चा हुई है।
पूर्व मेदिनीपुर झाड़ग्राम की रिपोर्ट अर्जुन मुंडा ने दी है जबकि हल्दिया से मनसुख मांड्या ने जमीनी स्थिति का आकलन प्रस्तुत किया है। मुर्शिदाबाद और नदिया जिले की रिपोर्ट संजीव बालियान ने दी है जबकि उत्तर बंगाल में लोगों का मूड और BJP के संगठन की स्थिति की रिपोर्ट प्रहलाद सिंह पटेल ने नड्डा को जमा दे दी है। बर्दवान और आसनसोल से जमीनी हकीकत की रिपोर्ट नरोत्तम मिश्रा ने जमा कर दी है। इन्हीं रिपोर्टों पर जेपी नड्डा, अमित शाह, बीएल संतोष और कैलाश विजयवर्गीय ने रणनीति बनाई है जिसे बंगाल में लागू किया जाना है।
आपको बता दें कि BJP पांच फरवरी से राज्य भर की परिक्रमा करने और व्यापक जनसंपर्क के लिए पांच रथ यात्रा निकालने वाली है जिसे BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा हरी झंडी दिखाएंगे। इसके जरिए BJP प्रदेश में अपनी ताकत दिखाएगी। इसके पहले 30 जनवरी को दो दिवसीय दौरे पर अमित शाह आ रहे हैं जो बेहद खास माना जा रहा है।