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लखनऊ। मुख्तार अंसारी की बांदा जेल में हुई मौत मामला अभी भी सरगर्म है। इस मामले की जांच हो रही है। इस बीच ईद से पहले शुक्रवार रात समाजवादी पार्टी कार्यालय के सामने मुख्तार अंसारी के समर्थन में लगाए गए एक पोस्टर की खूब चर्चा हो रही है। इस पोस्टर में  मुसलमानों एवं गैएमुसल्मानों से ईद ना मानने की अपील की गई है। सपा नेता राम सुधाकर यादव की तरफ से लगवाई गई पोस्टर में लिखा है कि मुसलमान भाइयों इस बार ईद ना मनाऐं, बल्कि उसकी जगह पर मुख्तार अंसारी के लिए दुआ मांगे। पोस्टर की जानकारी होते ही प्रशासन ने उसे तत्काल हटवा दिया।

समाजवादी पार्टी कार्यालय के सामने लगाए गए एक पोस्टर की चर्चा हो रही है। इस पोस्टर में मुस्लिमों से ईद नहीं मनाने की अपील की गई है। पोस्टर में लिखा था कि मुख्तार अंसारी की याद में ईदगाह के बाहर खड़े होकर 2 मिनिट का मौन रखें और परिवार सहित उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करें। यह अपील मुस्लिम भाईयों और गैर मुस्लिम भाइयों दोनों से है। फिलहाल इस विवादित पोस्टर को पुलिस ने हटवा दिया है।

गौरतलब है कि गत 28 मार्च को बांदा मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मुख्तार अंसारी की मौत हो गयी थी। बांदा जेल में मुख्तार की तबियत बिगड़ने पर उन्हें रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। मुख्तार अंसारी को दिल का दौरा पड़ा था। मुख्तार अंसारी मऊ सदर सीट से पांच बार विधायक निर्वाचित हुआ था।  मुख्तार के परिजनों ने मौत के कारणों पर संदेह जताया है। परिजनों का आरोप है कि जेल में मुख़्तार को धीमा जहर दिया गया। 

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