प्रयागराज के अहद अहमद कुछ साल पहले तक अब्बू के साथ कभी साइकिल पंचर बनाते तो कभी माता के साथ हाथ बंटाते महिलाओं के कपड़े सिलने में, लेकिन अब जज बन चुके हैं। दरअसल अहद अहमद को लेकर चार भाई बहन हैं। इनमें अहद तीसरे नंबर पर आते हैं। माता सिलाई का काम करती थी और पिता पंक्चर बनाने का कार्य करते थे। और कितने फक्र की बात होगी जब पिता ये कहेंगे कि हमारा बेटा जज साहब। आपको ये भी बता दें कि अपने माता पिता के काम में हाथ बंटाने से कभी भी नहीं शर्माते।
बीती 30 अगस्त को एक ऐसी ही खबर आई जिसमें अहद और उनकी पूरे परिवार की जिंदगी बदल कर रख दी। अहद अहमद ने पहले ही अटेम्प्ट में पीसीएस क्लियर कर दिया और अब वो जज कहलाएंगे। साइकिल का पंचर बनाने वाले के बेटे की कामयाबी पर पूरा प्रयागराज फूले नहीं समा रहा। कहीं उसकी कामयाबी का जश्न मनाया जा रहा है तो कहीं खास अंदाज में अहद और उसके परिवार को मुबारकबाद मिल रही है।
अहद की कामयाबी इसलिए मायने रखती है कि परिवार का पेट पालने के लिए पिता ने दिन रात कड़ी मेहनत और अपने बच्चों को पढ़ाया है। आपको ये भी बता दें कि बड़े बेटे सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन चुके हैं तो छोटे बेटे प्राइवेट में ब्रांच मैनेजर। परिवार में खुशियां हाल ही के दिनों में आई थी। अब तीसरा बेटा जज कहलाएगा। वो जज बन चुका है।
मोहम्मद अहद का कहना है कि माता पिता ने न सिर्फ उन्हें मुफलिसी और संघर्ष में पाल पोसकर इस मुकाम तक पहुंचाया है, बल्कि हमेशा ईमानदारी और नेकनीयती से काम करने की नसीहत दी है।
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