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लखनऊ ।। उन्नाव के वरिष्ठ प्रवक्ता डायट धीरेंद्र नाथ सिंह को निलंबित कर दिया गया है। उन्हें माध्यमिक बालिका विद्यालयों तथा उससे सम्बद्ध प्राइमरी कक्षाओं में शिक्षिकाओं की नियुक्ति में अनियमितता बरतने का दोषी पाया गया है।
15 माध्यमिक विद्यालयों में अनियमित रूप से शिक्षिकाओं की नियुक्ति का पर्दाफांश हुआ है। इसके आरोपी बीएसए धीरेंद्र नाथ सिंह को अनियमित रूप से वेतन निकालने का भी दोषी पाया गया है।
धीरेन्द्र नाथ सिंह ने अनियमित नियुक्तियों के अतिरिक्त माध्यमिक विद्यालयों में महिला शिक्षिकाओं को अनियमित रूप से अवकाश स्वीकृत करने, बाल्यपाल अवकाश स्वीकृत करने, संस्था प्रबन्धकों द्वारा विरोध करने पर वेतन वितरण अधिनियम 1971 की व्यवस्थाओं के अनुरूप एकल परिचालन करने, संस्था प्रबन्धकों को कारण बताओं नोटिस निर्गत करने एवं उस नोटिस में अनियमितताओं का उल्लेख न करने आदि अनियमित कार्यों के दोषी पाये गये।
धीरेन्द्र नाथ सिंह को जिला विद्यालय निरीक्षक (द्वितीय) लखनऊ के पद पर रहते हुए यह गड़बड़ी की है। यही नहीं सिंह द्वारा लालबाग इंटर कालेज लखनऊ में अनियमित रूप से विद्यालय प्रबन्ध तंत्र की मिलीभगत से 11 सहायक अध्यापिकाओं की नियुक्ति की कार्यवाही करते हुए नियुक्ति करायी गयी, इन 11 अध्यापिकाओं में धीरेन्द्र नाथ सिंह की भतीजी सुश्री मोनी सिंह की नियुक्ति प्राप्त करने वालों में शामिल हैं, इससे स्पष्ट है कि सिंह द्वारा अपने पदीय दायित्वों का दुरुपयोग करते हुए सम्बन्धित विद्यालयों में नियुक्ति की कार्यवाही की गयी, जो अधिनियमित व्यवस्था के विरुद्ध है, इसके लिए इन्हें पूर्णतया दोषी पाया गया।
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