कानपुर।। शासन के निर्देश पर आज कानपुर जेल में बंद सपा एमएलए इरफान सोलंकी को महराजगंज जेल भेज दिया गया। कानपुर जेल से जब एमएलए बाहर निकले तो उनके हाथ में धार्मिक पुस्तक कुरआन थी।
जेल के बाहर मौजूद बच्चों व फैमिली को देख उनके आंखों में आंसू आ गये। पुलिस ने किसी से मिलने नहीं दिया। पत्रकारों की ओर बढ़ने पर पुलिस ने एमएलए को गाड़ी की तरफ चलने के लिए कहा। इस पर विधायक नाराज हो गये और पुलिस अफसरों से नोकझोंक हो गई।
जाजमऊ की रहने वाली विधवा बेबी नाज के प्लॉट पर कब्जा करने का प्रय़ास व आगजनी, फेक आधार कार्ड से हवाई यात्रा और बांग्लादेशी नागरिक रिजवान मोहम्मद को भारतीय बताने का सार्टिफिकेट देने के इल्जाम में सपा एमएलए इरफान सोलंकी कानपुर जेल में बंद थे। मंगलवार को शासन से आदेश आया कि विधायक इरफान को स्थानीय यानी कानपुर की जगह से लगभग 400 किमी दूर महाराजगंज जेल में शिफ्ट किया जाये।
तत्पश्चात, से जेल प्रशासन तैयारियों में जुट गया और आज भारी फोर्स के साथ एमएलए इरफान को महराजगंज जेल के लिए रवाना कर दिया गया। उनका काफिला गंगा बैराज होते हुए रवाना हुआ। इस दौरान काफिले में भारी फोर्स मौजूद रहा और रास्ते के जिलों को भी अलर्ट कर दिया कि रास्ते में किसी तरह का व्यवधान न आये।
रो पड़े विधायक
आपको बता दें कि जेल से जैसे ही एमएलए बाहर निकले तो उन्होंने सामने मौजूद घरवालों को हाथ हिलाकर अभिवादन किया और उनके आंखों में आंसू छलक पड़े। एमएलए इरफान के हाथ में एक धार्मिक पुस्तक थी, इस पर पत्रकारों ने पूछा कि क्या यह कुरआन है तो सिर हिलाकर इशारा किया कि हां।
मीडिया की ओर जैसे ही विधायक बढ़े तो पुलिस कर्मियों ने गाड़ी की ओर चलने को कह दिया। इससे एमएलए भड़क गये और कहा कि धक्का क्यों देते हो ? इस पर पुलिस और विधायक के बीच कहासुनी हो गई। 10 मिनट के भीतर ही पुलिस गाड़ी में इरफान को बैठाकर महाराजगंज के लिए रवाना हो गई। पुलिस के काफिले के साथ साथ उनके परिवार के कुछ लोग और समर्थक भी महाराजगंज तक साथ गए हैं।
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