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Up Kiran, Digital Desk: चेन्नई का मशहूर मरीना बीच अब पहले से कहीं ज्यादा सुरक्षित होने जा रहा है. ग्रेटर चेन्नई पुलिस ने लोगों की सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए मरीना बीच पर 300 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) वाले निगरानी कैमरे लगाने का फैसला किया है. ये हाई-टेक कैमरे समुद्र तट के कोने-कोने पर नजर रखेंगे, जिससे किसी भी तरह की आपराधिक गतिविधि को रोकना आसान हो जाएगा.

यह प्रोजेक्ट मरीना बीच के एक बड़े हिस्से को कवर करेगा, जिसमें लाइटहाउस से लेकर लेबर स्टैच्यू तक का पूरा इलाका शामिल है. इन कैमरों को लगाने का मुख्य मकसद भीड़ को नियंत्रित करना, अपराधों को रोकना और अगर कोई घटना हो जाए तो अपराधियों की जल्द से जल्द पहचान करना है.

कैसे काम करेंगे ये AI कैमरे: ये सिर्फ आम CCTV कैमरे नहीं हैं. AI टेक्नोलॉजी से लैस ये कैमरे कई खास काम कर सकते हैं:

चेहरे की पहचान (Facial Recognition): ये कैमरे भीड़ में भी संदिग्ध लोगों के चेहरों को पहचान सकते हैं और पुलिस के डेटाबेस में मौजूद अपराधियों के रिकॉर्ड से उनका मिलान कर सकते हैं.

भीड़ पर नजर: कहीं पर असामान्य रूप से भीड़ इकट्ठा होने या भगदड़ जैसी स्थिति बनने पर ये कैमरे तुरंत कंट्रोल रूम को अलर्ट भेज देंगे.

वाहनों की ट्रैकिंग: ये कैमरे बीच के आसपास आने-जाने वाली गाड़ियों पर भी नजर रखेंगे, जिससे किसी भी संदिग्ध वाहन को ट्रैक करना आसान होगा.

इन सभी कैमरों को एक सेंट्रल कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा, जहां पुलिस की एक टीम 24 घंटे हर गतिविधि पर नजर रखेगी. इस कदम से मरीना बीच पर आने वाले हजारों टूरिस्ट और स्थानीय लोग खुद को और भी महफूज महसूस कर सकेंगे.