Up Kiran, Digital Desk: लखनऊ-कानपुर मार्ग पर स्थित सरस्वती मेडिकल कॉलेज में प्रवर्तन निदेशालय ईडी की जांच लगभग 40 घंटे तक चली। शनिवार रात ठीक बारह बजे ईडी की टीम यहाँ से रवाना हुई।
इस छापे के लिए कुल चौदह सदस्य की टीम आई थी। अपने साथ ये टीम कॉलेज के अकाउंट्स विभाग से जुड़े दस्तावेज़ों की करीब दो हज़ार फोटोकॉपी और पाँच पेन ड्राइव में संग्रहित डेटा ले गई है। सूत्रों के अनुसार कॉलेज के वित्त प्रबंधक और अकाउंट्स ऑफिसर को अगले सप्ताह दिल्ली में पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
गुरुवार को हुई थी छापेमारी
यह एक्शन पिछले गुरुवार को शुरू हुआ था जब प्रवर्तन निदेशालय लखनऊ की चौदह सदस्यीय टीम ने सुबह करीब आठ बजे हाईवे किनारे बने इस मेडिकल कॉलेज पर छापा मारा। टीम ने सबसे पहले कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ आरएन श्रीवास्तव को अपनी निगरानी में लिया। इसके बाद उन्होंने एचआर से संबंधित अधिकारियों से सवाल जवाब किए और अकाउंट्स तथा रजिस्ट्रार कार्यालय के कर्मचारियों को तुरंत बुलाया। हालांकि अकाउंट्स विभाग का कोई भी कर्मी कार्यालय नहीं पहुँचा।
ताला तोड़कर हुई जांच
कॉलेज से जुड़े सूत्रों की मानें तो शुक्रवार को पूरे दिन टीम ने कर्मचारियों का इंतज़ार किया। जब कोई भी अधिकारी या कर्मचारी कॉलेज नहीं आया तब टीम प्रभारी के आदेश पर शाम लगभग आठ बजे अकाउंट्स विभाग का ताला तोड़ दिया गया। ताला टूटने के बाद टीम ने करीब दो घंटे तक अकाउंट्स के रिकॉर्ड्स खंगाले और कंप्यूटर में मौजूद डेटा की जाँच की।
इसके बाद टीम ने दो हज़ार पन्नों की फोटोकॉपी कराई। साथ ही विभिन्न कार्यालयों का डेटा पाँच पेन ड्राइव में इकट्ठा किया। शुक्रवार देर रात लगभग बारह बजे ये सारा सामान लेकर टीम लखनऊ के लिए लौट गई।
मेडिकल कॉलेज के करीबी लोगों के मुताबिक जाते समय टीम ने कॉलेज के वित्त प्रबंधक और लेखाधिकारी को अगले सप्ताह दिल्ली स्थित ईडी कार्यालय में पेश होने के लिए एक लिखित सूचना दी है। उनसे वहीं गहन पूछताछ की जाएगी।
ईडी के जाने के बाद रविवार को कॉलेज में एक अजीब तरह का सन्नाटा पसरा रहा। इस घटना पर कॉलेज प्रशासन कुछ भी बोलने से बच रहा है।
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