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Up Kiran, Digital Desk: क्या आप जानते हैं कि मई 2025 में भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के दौरान एक ऐसा सैन्य ऑपरेशन हुआ, जिसने पाकिस्तान की वायु शक्ति को झकझोर कर रख दिया? जी हां, हम बात कर रहे हैं भारतीय वायु सेना द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर की, जिसमें पाकिस्तान को अभूतपूर्व नुकसान उठाना पड़ा। हाल ही में इंडोनेशिया की वायुसेना यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में इससे जुड़ी अहम जानकारियाँ सामने आईं, जिसने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा।
सेमिनार में हुआ पाकिस्तान की हार का पोस्टमार्टम
इंडोनेशियाई वायुसेना विश्वविद्यालय में आयोजित इस चर्चा के केंद्र में मई 2025 का भारत-पाक संघर्ष था। यहां एक वरिष्ठ इंडोनेशियाई वायुसेना अधिकारी ने इस अभियान के दौरान पाकिस्तान को हुई क्षति की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे भारतीय वायुसेना ने न केवल पाकिस्तान की हवाई रक्षा प्रणाली को बुरी तरह कमजोर किया, बल्कि उसके अहम सैन्य ठिकानों पर करारा हमला भी बोला।
एक झटके में तबाह हुए 6 फाइटर जेट
इस रिपोर्ट में बताया गया कि पाकिस्तान के कुल छह लड़ाकू विमान भारतीय हमलों का शिकार बने। इनमें तीन JF-17 थंडर, दो मिराज III/V, और एक अत्याधुनिक F-16 ब्लॉक 52 शामिल थे। ये हमले भोलाड़ी, जैकोबाबाद और सरगोधा जैसे रणनीतिक ठिकानों पर किए गए, जहां हवाई हमलों के साथ-साथ जमीनी कार्रवाई भी हुई।
नाकाम रही चीन से आयातित एयर डिफेंस प्रणाली
विश्लेषण में यह भी सामने आया कि पाकिस्तान की चीन निर्मित वायु रक्षा प्रणालियाँ जैसे HQ-9 और YLC-8E रडार, भारतीय हमलों के सामने बुरी तरह फेल हो गईं। इन प्रणालियों को लेकर पाकिस्तान को काफी उम्मीदें थीं, लेकिन वे ऑपरेशन सिंदूर के सामने टिक नहीं पाईं।
जासूसी विमानों पर भी पड़ा भारी असर
भारतीय वायुसेना ने सिर्फ फाइटर जेट्स को ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान की निगरानी क्षमता को भी बड़ा झटका दिया। दो साब-2000 जासूसी विमान भी इस ऑपरेशन का निशाना बने। इनमें से एक को भारतीय S-400 मिसाइल सिस्टम ने पाकिस्तानी सीमा के भीतर 314 से 350 किलोमीटर की दूरी पर मार गिराया—यह कार्रवाई सैन्य इतिहास में एक मील का पत्थर मानी जा रही है।
दूसरा साब-2000 विमान भोलाड़ी एयरबेस पर ब्रह्मोस मिसाइल के हमले में नष्ट हुआ। सेवानिवृत्त PAF एयर मार्शल मसूद अख्तर ने इस हमले की पुष्टि करते हुए बताया कि एक हैंगर पर चार ब्रह्मोस मिसाइलें दागी गईं, जिससे स्क्वाड्रन लीडर उस्मान यूसुफ और चार अन्य एयरमैन की मृत्यु हो गई।
लॉजिस्टिक्स सिस्टम पर भी पड़ा असर
इसी ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान वायुसेना का एक C-130 हरक्यूलिस ट्रांसपोर्ट विमान भी नष्ट कर दिया गया। यह विमान लॉजिस्टिक सपोर्ट के लिहाज से अत्यंत महत्वपूर्ण था। इंडोनेशियाई रिपोर्ट के मुताबिक, इसे नूर खान एयरबेस पर सटीक ब्रह्मोस मिसाइल हमले में समाप्त किया गया।
ड्रोन हमलों से उजागर हुई पाकिस्तान की कमजोरियां
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि लाहौर में तैनात चीनी LY-80 एयर डिफेंस सिस्टम और कराची के मलिर क्षेत्र में मौजूद HQ-9 सिस्टम को भारत द्वारा भेजे गए हार्पी कामिकेज ड्रोन ने नष्ट कर दिया। इससे पाकिस्तान की हवाई सुरक्षा में मौजूदा खामियों की एक बार फिर पोल खुल गई।
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