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Up kiran,Digital Desk : उत्तराखंड के चर्चित पेपर लीक मामले में एक ऐसा मोड़ आया जिसने सबको चौंका दिया जो शख्स इस पूरे घोटाले को सबके सामने लाया, अब वही CBI के सवालों के घेरे में है। हम बात कर रहे हैं बेरोजगार संघ के नेता बॉबी पंवार की, जिनसे सोमवार को CBI ने करीब 9 घंटे तक बंद कमरे में पूछताछ की।

यह मामला उस वक्त और भी पेचीदा हो गया, जब पता चला कि यह सारी पूछताछ हाल ही में गिरफ्तार हुई असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन चौहान के सिलसिले में हो रही है। आखिर एक व्हिसलब्लोअर और एक गिरफ्तार प्रोफेसर के बीच ऐसा क्या कनेक्शन है कि CBI को 9 घंटे तक सवाल-जवाब करने पड़े? चलिए, समझते हैं।

चलिए, समझते हैं ये पूरा खेल कैसे हुआ

  1. खालिद, द कैंडिडेट: 21 सितंबर को UKSSSC का एग्जाम था। हरिद्वार के एक सेंटर पर खालिद नाम का लड़का पेपर दे रहा था। उसने बड़ी चालाकी से एग्जाम सेंटर में छुपाए गए मोबाइल से पेपर का फोटो खींच लिया।
  2. साबिया, द सिस्टर: खालिद ने यह फोटो तुरंत अपनी बहन साबिया को व्हाट्सएप कर दिया।
  3. सुमन चौहान, द प्रोफेसर: साबिया ने इस पेपर को हल करवाने के लिए टिहरी के एक कॉलेज में पढ़ाने वाली असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन चौहान को भेज दिया।
  4. बॉबी पंवार, द एक्टिविस्ट: सुमन ने पेपर के कुछ सवाल हल किए और फिर उसे आगे बॉबी पंवार को भेज दिया।

इसके बाद, बॉबी पंवार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस पूरे पेपर लीक कांड का भंडाफोड़ कर दिया, जिससे उत्तराखंड की सियासत में भूचाल आ गया।

पहले पुलिस ने जिसे माना 'मासूम', CBI ने उसे ही किया गिरफ्तार

शुरुआत में, पुलिस ने खालिद और उसकी बहन साबिया को तो गिरफ्तार कर लिया, लेकिन प्रोफेसर सुमन चौहान को मुख्य आरोपी नहीं माना। पुलिस का मानना था कि सुमन ने "अनजाने में" पेपर के कुछ सवाल हल कर दिए थे, उसका इरादा पेपर लीक कराने का नहीं था।

लेकिन जब यह केस CBI के हाथ में आया, तो कहानी पूरी तरह पलट गई। CBI ने इस मामले में अपनी पहली गिरफ्तारी ही सुमन चौहान की, जिससे यह साफ हो गया कि CBI इसे सिर्फ एक "अनजाने में हुई गलती" नहीं मान रही है।

तो बॉबी पंवार से क्यों हुई पूछताछ?

चूंकि पेपर सुमन चौहान के जरिए ही बॉबी पंवार तक पहुंचा था, इसलिए CBI अब इस कड़ी के हर सिरे को जोड़कर देखना चाहती है। CBI यह जानना चाहती है कि सुमन और बॉबी के बीच क्या संपर्क थे और पेपर उन तक कैसे और किस मकसद से पहुंचा।

पूछताछ के बाद बॉबी पंवार ने क्या कहा?

करीब 9 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद जब बॉबी पंवार बाहर आए, तो उन्होंने मीडिया को बताया कि CBI ने उनसे पेपर लीक के बारे में ही सवाल किए। उन्होंने कहा, "मैंने अपना लिखित बयान दर्ज करा दिया है और CBI को यह भी कहा  कि मेरे पास जो भी सबूत हैं, मैं उन्हें सौंपने के लिए तैयार हूं।"

अब इस मामले में आगे क्या होता है, यह देखना दिलचस्प होगा। लेकिन यह तो तय है कि CBI की जांच के साथ, इस पेपर लीक कांड के कई और गहरे राज़ सामने आ सकते हैं।