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लखनऊ ।। पूरे देश में जनधन खाता खोलकर गरीबों और मजदूरों को बैंक से जोड़ने का मोदी सरकार का सपना अब हकीकत में दिखाई देने लगा है। इससे मजदूर तो बैंक से जुड़ गए, लेकिन अब बैंक गरीबों के अच्छे दिन पर पलीता लगा रहे हैं।

नोटबंदी के बाद नकद लेनदेन को हतोत्साहित करने के लिए निजी क्षेत्र के बैंकों ने महीने में चार से ज्यादा कैश ट्रांजेक्शन करने पर शुल्क लेना शुरू कर दिया है। कुछ बैंक पहले से इस तरह का शुल्क ले रहे हैं। लेकिन पहले शुल्क काफी कम था और ट्रांजैक्शन की संख्या ज्यादा थी।

सूत्रों के अनुसार भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) समेत सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक भी जल्द इस तरह का चार्ज लगा सकते हैं, जिन निजी क्षेत्र के बैंकों ने शुल्क लगाया है या पहले से लागू नियम और सख्त किया है, उनमें एचडीएफसी बैंक, आइसीआइसीआइ बैंक, आइडीबीआइ बैंक और एक्सिस बैंक शामिल हैं। इन बैंकों से चार बार से अधिक नकद निकासी और जमा करने पर बैंक प्रति निकासी न्यूनतम 150 रुपये शुल्क और सेवा कर लेंगे।

फोटोः फाइल।

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