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Nitesh Yadav: बिहार का माओवादी कमांडर नितेश यादव उर्फ ​​इरफान झारखंड पुलिस के लिए मुसीबत बन गया है। वह झारखंड-बिहार के नक्सल प्रभावित सीमावर्ती इलाकों, खासकर पलामू जिले में सक्रिय है। पलामू के हीरानगर इलाके में हुई हिंसक घटनाओं के बाद यादव का नाम फिर से सामने आया है। झारखंड सरकार ने उस पर 15 लाख रुपये का इनाम रखा है।

बिहार के गया के तरवाडीह गांव का रहने वाला यादव गया, औरंगाबाद (बिहार) और पलामू (झारखंड) में सक्रिय है। वह हाल के वर्षों में पलामू में हिंसक हमलों की साजिश रचने के लिए जाना जाता है और एम16/एके-47 जैसे इजरायली आग्नेयास्त्रों सहित माओवादी हथियारों और विस्फोटकों को संभालने में कुशल है। वह सीमा पर हुसैनाबाद, छतरपुर, हीरानगर और पांडु के इलाकों को नियंत्रित करता है।

पुलिस ने यादव पर झारखंड और बिहार में 100 से ज़्यादा नक्सली हमलों की साजिश रचने का आरोप लगाया है, जिसमें 2013 में बिश्रामपुर में 15 टीएसपीसी सदस्यों की हत्या और 2015-16 में छत्रपुर में बारूदी सुरंग विस्फोट शामिल है जिसमें सात पुलिस अधिकारी मारे गए थे। वह 2016-17 में गया-औरंगाबाद सीमा पर कोबरा सैनिकों पर हुए हमले में भी शामिल था, जिसमें 10 लोग मारे गए थे। पलामू में पुलिस और सुरक्षा बलों के नेतृत्व में यादव के खिलाफ़ विशेष अभियान चल रहे हैं। चुनौती पेश करने के बावजूद, कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने उसे पकड़ने और क्षेत्र में उसके प्रभाव को बेअसर करने की योजनाएँ तैयार की हैं।
 

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