Dr Mahrang Baloch: बलूचिस्तान में सन् 1948 से पाकिस्तान सरकार के खिलाफ चल रहा विरोध आंदोलन इन दिनों चरम पर है और बलूचिस्तान लिबरेशन फोर्स (BLA) पाकिस्तानी सेना को निशाना बना रही है। इस स्थिति में 31 वर्षीय बलूची महिला महरंग बलूच अहम भूमिका निभा रही हैं। आईये जानते हैं उनके बारे में-
भाई का अपहरण होने से बदली महरंग की जिंदगी
साल 2017 में महरंग के भाई का अपहरण होने से उनकी जिंदगी बदल गई। इस घटना ने उन्हें सरकार के खिलाफ सक्रिय विरोध में प्रेरित किया। 2018 में उनके भाई की वापसी के बाद उन्होंने बलूच यकजेहती कमेटी (BYC) की स्थापना की और लापता लोगों के लिए आंदोलन शुरू किया।
महरंग बलूच का कहना है कि वह अब मौत से भी नहीं डरती, खासकर जब उन्होंने अपने पिता की क्षत-विक्षत लाश की पहचान की। उन्होंने कहा है कि वे जातीयता, धर्म, और नस्ल के खिलाफ हिंसा की निंदा करती हैं और शांतिपूर्ण विरोध में विश्वास रखती हैं।
पाकिस्तान सरकार के लिए ऐसे बनी सिरदर्द
महरंग बलूच की रैलियां पाकिस्तान सरकार के लिए चिंता का विषय बन गई हैं। उनकी लोकप्रियता और प्रभाव के कारण सरकार ने उनके विरोध प्रदर्शनों को दबाने की कोशिश की है, जिसमें इंटरनेट बंद करने जैसे कदम शामिल हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता महरंग बलूच बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना के अत्याचारों के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए घर-घर जाकर जन आंदोलन चला रही हैं। उन्होंने विशेष रूप से महिलाओं और युवतियों को सक्रिय किया है।
--Advertisement--