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Up Kiran, Digital Desk: वाराणसी शहर में अतिक्रमण हटाने की मुहिम इन दिनों अपने चरम पर है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देशों के बाद जिला प्रशासन और पीडब्ल्यूडी ने मिलकर शहर के प्रमुख इलाकों में सड़क विस्तार और अवैध निर्माण हटाने का अभियान तेज़ कर दिया है। इसी क्रम में दालमंडी इलाके में वर्षों से रुके हुए चौड़ीकरण प्रोजेक्ट को अब ज़मीन पर उतारने की शुरुआत हो गई है।
शनिवार की शाम अधिकारियों ने दालमंडी की सड़कों पर निशान लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी। जिन भवनों और दुकानों पर यह लाल निशान लगाया गया है, उन्हें अब प्रशासन द्वारा तय समयसीमा के भीतर खाली करने के निर्देश दिए गए हैं। यह फाइनल मार्किंग है, जो नापजोख और योजना स्वीकृति के बाद की अंतिम प्रक्रिया मानी जाती है।
सूत्रों के अनुसार, इस सड़क चौड़ीकरण परियोजना के तहत कुल 17.5 मीटर चौड़ी सड़क प्रस्तावित की गई है, जिसके लिए करीब 190 आवासीय और व्यावसायिक इकाइयों की माप की गई है। मार्किंग पूरी होने के बाद जिन मकान मालिकों के पास वैध दस्तावेज़ होंगे, उन्हें नियमानुसार मुआवजा राशि प्रदान की जाएगी।
इस योजना के तहत न केवल निजी भवन आ रहे हैं, बल्कि क्षेत्र की 6 मस्जिदें भी अधिग्रहण के दायरे में बताई जा रही हैं। यह सड़क सीधे विश्वनाथ कॉरिडोर से जुड़ने वाली है, इसलिए इसे प्राथमिकता के आधार पर तैयार किया जा रहा है।
इस प्रोजेक्ट को अमलीजामा पहनाने के लिए सरकार द्वारा 200 करोड़ रुपये से अधिक की राशि स्वीकृत की जा चुकी है। इस बजट में अवैध निर्माण हटाने से लेकर मुआवजे के वितरण तक का पूरा प्रावधान शामिल है।
प्रशासन का कहना है कि यह अभियान केवल विकास के लिए जरूरी नहीं, बल्कि शहर को व्यवस्थित और सुगम बनाने की दिशा में भी एक बड़ा कदम है।
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