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Up Kiran, Digital Desk: शुक्रवार को सुबह से ही बावल के रसियावास रोड (रेवाड़ी) पर हलचल तेज हो गई थी। राधास्वामी सत्संग भवन के आसपास का इलाका पुलिस बल की गाड़ियों और जेसीबी मशीनों की आवाज़ से गूंज उठा। भारी सुरक्षा घेराबंदी के बीच जिला नगर योजनाकार (DTP) की टीम ने अवैध रूप से विकसित की जा रही कॉलोनियों पर बुलडोज़र चला दिया।
करीब नौ एकड़ भूमि पर फैली इन कालोनियों में लंबे समय से अवैध निर्माण जारी था। शिकायतों का अंबार मिलने के बाद जिला प्रशासन ने आखिरकार यह सख़्त कार्रवाई की।
टूटी चारदीवारियां, मलबे में तब्दील सपने
डीटीपी मंदीप सिहाग के नेतृत्व में हुई कार्रवाई में सबसे पहले छह एकड़ भूमि पर फैली अवैध कालोनी को निशाना बनाया गया। देखते ही देखते 23 डीपीसी और 12 प्रीकास्ट चारदीवारियां ज़मीन पर ढेर होकर मिट्टी में मिल गईं। वहीं तैयार किया गया कच्चा रोड नेटवर्क भी जेसीबी की शक्तिशाली चपेट से चंद मिनटों में मलबे का ढेर बन गया।
आसपास खड़े लोग यह नज़ारा देखते रह गए। जिन ज़मीनों पर कुछ दिनों पहले तक नए घरों और प्लॉट्स का सपना दिखाया जा रहा था, अब वहां सिर्फ़ टूटी दीवारें और धूल का गुबार बचा था।
हाईवे के किनारे भी हुई बड़ी कार्रवाई
इसी सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए टीम ने दिल्ली-जयपुर हाईवे के पास विकसित की जा रही अवैध कॉलोनी पर भी कार्रवाई की। यहां लगभग तीन एकड़ भूमि को जेसीबी मशीन की गरजती आवाज़ों के बीच ध्वस्त कर दिया गया। इस दौरान 14 डीपीसी, पांच प्रीकास्ट चारदीवारी और सड़कों का नेटवर्क पूरी तरह ढहा दिया गया।
आमजन के लिए चेतावनी
जिला नगर योजनाकार मंदीप सिहाग ने कहा, “लोग अक्सर प्रॉपर्टी डीलरों की बातों में आकर प्लॉट खरीद लेते हैं, लेकिन बाद में जब विभागीय कार्रवाई होती है तो उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ता है। इसलिए आमजन से अपील है कि प्लॉट खरीदने से पहले विभाग से कॉलोनी की वैधता अवश्य जांच लें।”
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