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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमलों के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों में एक और गंभीर मोड़ आ गया है। इस्लामाबाद ने अब एक अधिसूचना जारी कर कहा है कि वह अपने विशेष आर्थिक क्षेत्र के भीतर कराची तट पर सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल की टेस्टिंग करेगा। रक्षा सूत्रों के हवाले से समाचार एजेंसी एएनआई ने यह जानकारी दी है। सूत्रों ने यह भी बताया कि भारतीय एजेंसियां इस पूरे घटनाक्रम पर पैनी नजर रख रही हैं।

ये घटना ऐसे समय में हो रहा है जब बुधवार को भारत की सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) ने जम्मू-कश्मीर में हुए ताजा आतंकी हमले के साथ पाकिस्तान के संबंधों को लेकर कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। इन फैसलों में सबसे अहम है 1960 की सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित करना जो तब तक निलंबित रहेगी जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को अपना समर्थन पूरी तरह से बंद नहीं कर देता।

बैठक के बाद विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने साफ शब्दों में कहा कि CCS को 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले की पूरी जानकारी दी गई है जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक अपनी जान गंवा बैठे। कई अन्य लोग घायल भी हुए हैं। CCS ने इस हमले की कड़ी निंदा की और पीड़ितों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की साथ ही घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।

क्या करने की तैयारी में पाकिस्तान

भारत के इस कड़े रुख के बाद पाकिस्तान भी पलटवार की तैयारी में है। गुरुवार को इस्लामाबाद में एक उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक बुलाई गई है जिसका मकसद सिंधु जल संधि को निलंबित करने और राजनयिक संबंधों को कम करने के भारत के कदमों पर एक ठोस प्रतिक्रिया तैयार करना है। रेडियो पाकिस्तान की रिपोर्ट के अनुसार इस महत्वपूर्ण बैठक में पाकिस्तान के तीनों सेना प्रमुखों के साथ-साथ कई अहम मंत्री भी शामिल होंगे।