fake encounters: सपा चीफ अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर उत्तर प्रदेश को "फर्जी मुठभेड़ों की राजधानी" में बदलने का आरोप लगाया है और दावा किया है कि पुलिस मुठभेड़ों की आड़ में "जानबूझकर हत्याएं" की जा रही हैं।
उनकी टिप्पणी पर उपमुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश के शीर्ष पुलिस अधिकारी, कारागार विभाग के मंत्री और भाजपा सहयोगियों ने कड़ा जवाब दिया।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, लखनऊ में पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों से बात करते हुए यादव ने आरोप लगाया कि हाल ही में सुल्तानपुर के मंगेश यादव सहित अपराध संदिग्धों की मुठभेड़ में हुई मौतें, पीडीए के सदस्यों को निशाना बनाकर की गई पुलिस कार्रवाई के एक बड़े पैटर्न का हिस्सा थीं। पीडीए शब्द का इस्तेमाल सपा पिछड़े वर्गों, दलितों और अल्पसंख्यकों के लिए करती है।
उनकी आलोचना सुल्तानपुर में 1.5 करोड़ रुपये की आभूषण की दुकान में डकैती के संदिग्ध मंगेश यादव की मुठभेड़ के बाद हुई है, जिसकी कथित तौर पर पुलिस के साथ मुठभेड़ में मौत हो गई थी। उन्होंने पहले मंगेश यादव की मुठभेड़ को "फर्जी" बताया था और दावा किया था कि यह आरोपी की जाति से प्रेरित थी।
सीएम योगी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर हमला करते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख ने कहा, ''अन्याय की सारी हदें पार कर दी गई हैं।'' यादव ने भाजपा पर उत्तर प्रदेश को ''फर्जी मुठभेड़ों की राजधानी'' में बदलने का भी आरोप लगाया।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, "यह सर्वविदित है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के तहत फर्जी मुठभेड़ें हुई हैं। मंगेश यादव की हत्या गांव और आस-पास के इलाकों में लोगों के बीच अच्छी तरह से जानी जाती है। पुलिस रात में आई और उसे उसके सामान के साथ ले गई।"
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