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tejas delivery delays: इंडियन एयरफोर्स प्रमुख एयर मार्शल एपी सिंह ने एचएएल (हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड) की कड़ी आलोचना करते हुए तेजस लड़ाकू विमानों की डिलीवरी में हो रही बार-बार की देरी पर गहरी चिंता व्यक्त की है। वायुसेना चीफ के इस बयान के बाद रक्षा मंत्रालय ने एक हाईटेक पैनल का गठन किया है, जिसमें रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में इस मामले की जांच की जाएगी। इस पैनल का मकसद तेजस विमानों के उत्पादन और डिलीवरी में हो रही देरी के कारणों की जांच करना और समाधान के लिए उचित कदम उठाना है।
वायुसेना की तैयारियों में पड़ सकता है खलल
एयरफोर्स की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए ये देरी वायुसेना की तैयारियों पर भारी पड़ सकती है। एयर फोर्स अपने लड़ाकू जेट बेड़े को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है, मगर स्क्वाड्रनों की तादाद में गिरावट और निरंतर डिलीवरी में देरी के चलते एयरफोर्स के लिए अपनी युद्धक क्षमता बनाए रखना कठिन हो रहा है। इस स्थिति में वायुसेना प्रमुख ने स्पष्ट रूप से चिंता जताई है कि ये देरी भारतीय सुरक्षा तैयारियों के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है।
वायुसेना प्रमुख एपी सिंह द्वारा उठाई गई चिंता का हवाला देते हुए, सुनील ने कहा कि उनकी चिंता पूरी तरह से समझी गई है और इसे दूर करने के लिए एचएएल पूरी तरह से समर्पित है। उनका ये भी कहना था कि एक बार इंजन उपलब्ध होने के बाद विमानों की डिलीवरी शुरू कर दी जाएगी और इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।