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Up Kiran, Digital Desk: तेलंगाना में बाल श्रम का एक गंभीर मामला सामने आया है। भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की एमएलसी (विधान परिषद सदस्य) के. कविता ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के गृह निर्वाचन क्षेत्र गजवेल की एक फ़ैक्ट्री में नाबालिग़ बच्चों से काम करवाया जा रहा है। उन्होंने इस मामले में सरकार से उच्चस्तरीय जांच और दोषियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

वीडियो के आधार पर आरोप:
कविता ने बताया कि उन्हें एक वीडियो मिला है, जिसमें साफ तौर पर दिख रहा है कि गजवेल के पास स्थित एक फ़ैक्ट्री में छोटे-छोटे बच्चे काम कर रहे हैं। यह न केवल बाल श्रम कानूनों का उल्लंघन है, बल्कि उन बच्चों के बचपन, शिक्षा और अधिकारों का भी हनन है।

मुख्यमंत्री, मंत्री और डीजीपी को लिखा पत्र:
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, कविता ने मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, महिला एवं बाल कल्याण मंत्री कोंडा सुरेखा और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) रवि गुप्ता को पत्र लिखा है। अपने पत्र में उन्होंने जोर देकर कहा है कि यह मामला बेहद गंभीर है और तुरंत ध्यान देने की जरूरत है।

कविता की मुख्य मांगें:
एमएलसी कविता ने मांग की है कि:

बाल श्रम एक आपराधिक और अमानवीय प्रथा है जो बच्चों से उनका बचपन और स्वस्थ विकास का अधिकार छीन लेती है। कानून के तहत, 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों से किसी भी तरह का काम करवाना प्रतिबंधित है और यह एक गंभीर अपराध है।

कविता ने उम्मीद जताई है कि सरकार इस मामले को गंभीरता से लेगी और जल्द से जल्द कार्रवाई करेगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों और बच्चों के अधिकारों की रक्षा हो सके। यह सुनिश्चित करना राज्य सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए कि राज्य में कोई भी बच्चा बाल श्रम का शिकार न बने।

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