Up Kiran, Digital Desk: हमारे घर में तुलसी का पौधा सिर्फ पौधा नहीं माँ लक्ष्मी का रूप है। रोज सुबह-शाम उसकी पूजा करते हैं तो घर में बरकत बनी रहती है। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि कुछ खास दिन ऐसे होते हैं जब तुलसी को पानी देना सख्त मना है। ऐसा करने से पुण्य का नाश होता है और घर में नेगेटिव एनर्जी बढ़ जाती है। आज हम बताते हैं वो पाँच बड़े मौके जब तुलसी को पानी बिल्कुल नहीं छूना चाहिए।
सबसे पहला मौका आता है ग्रहण का। चाहे सूर्य ग्रहण हो या चंद्र ग्रहण उस दौरान तुलसी को हाथ तक लगाना वर्जित है। पानी डालना तो दूर की बात। मान्यता है कि ग्रहण में नकारात्मक शक्तियाँ सबसे ज्यादा सक्रिय रहती हैं। तुलसी बेहद पवित्र होती है इसलिए उसकी रक्षा के लिए उसे स्पर्श नहीं करते। ग्रहण शुरू होने से पहले ही जरूरत के पत्ते तोड़ लो और बाद में आराम से पूजा कर लो।
दूसरा दिन है रविवार। पूरा दिन सूर्य देव और भगवान विष्णु को समर्पित होता है। कहा जाता है कि रविवार को माँ तुलसी खुद निर्जला व्रत रखती हैं। अगर आप पानी डाल दोगे तो उनका व्रत टूट जाएगा। बस फूल चढ़ा दो, दीपक जला दो पर पानी मत डालना।
तीसरा सबसे जरूरी दिन है एकादशी। हर महीने की दोनों एकादशी को तुलसी माता व्रत रखती हैं। इस दिन भी पानी डालने से व्रत भंग होता है। घर की सुख-शांति बनी रहे इसलिए इस दिन सिर्फ दीपक जलाओ, तुलसी स्तुति गाओ या विष्णु जी के मंत्र जपो। पानी का नाम तक मत लो।
एक बात और याद रखो रात के समय कभी तुलसी में पानी नहीं डालना चाहिए। तुलसी सूर्य की किरणों से जुड़ी हुई है। शाम ढलते ही वो विश्राम करने लगती है। रात में पानी डालने से उसकी ऊर्जा प्रभावित होती है। सुबह सूरज निकलने के बाद ही जल चढ़ाओ।
पत्ते तोड़ने का भी अपना नियम है। कभी कैंची या चाकू का इस्तेमाल मत करो। हमेशा हाथ से ही तोड़ो। सोमवार, बुधवार और गुरुवार ये तीन दिन तुलसी पूजा के लिए सबसे बढ़िया माने गए हैं। इन दिनों पानी डालो तो पुण्य कई गुना बढ़ जाता है।
तुलसी के गमले के आसपास कभी जूते-चप्पल या कचरा मत रखो। उसका स्थान हमेशा साफ-सुथरा रखो। घर की उत्तर-पूर्व दिशा यानी ईशान कोण में तुलसी लगाओ तो सबसे ज्यादा लाभ मिलता है।
बस इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखोगे तो तुलसी माता खुश रहेंगी और आपके घर में हमेशा माँ लक्ष्मी का वास रहेगा। पुराने लोग सही कहते थे कि तुलसी जिस घर में राजी रहती है वहाँ दुख-दरिद्रता पास भी नहीं फटकता।
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