
अमरनाथ यात्रा 2025 को सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से तैयार हैं। इस बार सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है। जम्मू-कश्मीर की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग-44 (NH-44) पर CRPF (केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल) की सख्त निगरानी रखी जा रही है।
यात्रा के दौरान कोई भी संदिग्ध गतिविधि न हो, इसके लिए CRPF के जवान हर वाहन की जांच कर रहे हैं। खास तौर पर अमरनाथ यात्रियों के वाहनों की गहन तलाशी ली जा रही है। सुरक्षा को और पुख्ता बनाने के लिए K-9 डॉग स्क्वाड यानी विशेष प्रशिक्षित खोजी कुत्तों की टीम को भी तैनात किया गया है। ये डॉग स्क्वाड विस्फोटक सामग्री और संदिग्ध वस्तुओं की पहचान में मदद करते हैं।
इसके अलावा ड्रोन कैमरों की मदद से भी निगरानी की जा रही है। हर मोड़, चौराहे और यात्रा मार्ग के अहम हिस्सों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर प्रशासन कोई भी जोखिम नहीं लेना चाहता। सुरक्षाबलों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है ताकि आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके।
सुरक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य और अन्य सुविधाओं का भी पूरा ध्यान रखा गया है। यात्रा मार्ग पर कई मेडिकल कैंप, राहत केंद्र और खाने-पीने की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
अमरनाथ यात्रा 2025 में इस बार रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। प्रशासन ने सभी लोगों से अपील की है कि वे यात्रा के दौरान सुरक्षा नियमों का पालन करें और किसी भी प्रकार की संदिग्ध चीज़ दिखने पर तुरंत सुरक्षा बलों को जानकारी दें।
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