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Debt on India: मौजूदा वक्त में वैश्विक ऋण 100.2 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया है, जो कोरोना काल के बाद तेजी से बढ़ा है। कोविड के दौरान सरकारों के निरंतर खर्च ने ऋण के स्तर में रिकॉर्ड वृद्धि की है। इससे वैश्विक आर्थिक स्थिति प्रभावित हुई है। अमेरिका, चीन और भारत जैसे प्रमुख देश इस वैश्विक ऋण में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं।

अमेरिका पर कितना कर्ज

अमेरिका का ऋण 36 ट्रिलियन डॉलर है। ये वैश्विक ऋण का लगभग 34.6% है। यह अमेरिकी जीडीपी का करीब 125% है, और इसका कारण भारी सरकारी खर्च, सैन्य बजट और कोविड-19 के दौरान प्रोत्साहन पैकेज हैं। यह स्थिति अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए एक चुनौती बन सकती है।

चीन पर कितना कर्ज

चीन का ऋण लगभग 14.69 ट्रिलियन डॉलर है, जो वैश्विक ऋण का 16.1% है। इसका कर्ज मुख्य रूप से सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियों और स्थानीय सरकारों द्वारा लिया गया है। चीन की कर्ज वृद्धि की वजह तेज विकास दर और बुनियादी ढांचे में बड़े निवेश हैं, लेकिन इसे धीमी विकास दर और अन्य आर्थिक चुनौतियों का सामना भी करना पड़ रहा है।

जानें भारत का हाल

भारत का कर्ज 3.057 ट्रिलियन डॉलर है, जो वैश्विक कर्ज का 3.2% है और कर्ज के मामले में भारत सातवें स्थान पर है। यह उसके सकल घरेलू उत्पाद का 60% है, जो अन्य देशों की तुलना में बेहतर स्थिति को दर्शाता है। भारत में कर्ज वृद्धि मुख्य तौर पर कोविड-19 महामारी के दौरान किए गए खर्च और बुनियादी ढांचे के लिए सरकारी निवेश से हुई है। हालांकि, भारत की स्थिति स्थिर है क्योंकि इसका कर्ज अपेक्षाकृत कम है और विकास दर ज्यादा है।