Up Kiran, Digital Desk: क्या अनिल अंबानी की वापसी हो रही है। इस सवाल का जवाब अब खुद आँकड़े दे रहे हैं। एक समय वित्तीय संकटों से घिरी अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (Reliance Infrastructure Ltd) ने हाल ही में ऐसा कारनामा कर दिखाया है जो कॉरपोरेट भारत में चर्चा का विषय बन गया है।
कर्ज से पूरी तरह मुक्त हो गई है कंपनी
जी हां आपने सही पढ़ा! रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर अब "स्टैंडअलोन नेट डेट ज़ीरो" पर पहुंच गई है। मतलब साफ है — अब कंपनी पर किसी बैंक या वित्तीय संस्था का कोई बकाया कर्ज नहीं बचा है।
FY25 के दौरान कंपनी ने 3300 करोड़ रुपये का कर्ज चुका दिया है और ये जानकारी कंपनी ने खुद स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में दी है। कर्ज से आज़ादी का ये मुकाम सिर्फ एक बैलेंस शीट की खबर नहीं है ये उस भरोसे और रणनीतिक प्लानिंग का परिणाम है जो लंबे समय से कंपनी ने अपनाई।
चौथी तिमाही में 4387 करोड़ का धमाकेदार मुनाफा
जहां एक तरफ कंपनी ने कर्जमुक्ति का झंडा गाड़ा है वहीं दूसरी ओर वित्तीय प्रदर्शन के मामले में भी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने निवेशकों को चौंका दिया है।
Q4FY25 में कंपनी को 4387 करोड़ रुपये का कंसॉलिडेटेड प्रॉफिट हुआ है। मार्च तिमाही में एडजस्टेड EBITDA 681% बढ़कर 8876 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पूरे वित्त वर्ष 2025 में कंपनी का कंसॉलिडेटेड EBITDA 12288 करोड़ रुपये रहा जो पिछले साल से दोगुना से अधिक है। टैक्स के बाद नेट प्रॉफिट 4938 करोड़ रुपये रहा जबकि FY24 में कंपनी को 1609 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। 31 मार्च 2025 को कंपनी की नेटवर्थ 14287 करोड़ रुपये पहुंच गई जबकि एक साल पहले ये सिर्फ 8428 करोड़ रुपये थी।
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