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Up kiran,Digital Desk : भारत और ओमान की दोस्ती एक नए और भी मजबूत दौर में दाखिल होने वाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही जॉर्डन, इथियोपिया और ओमान की यात्रा पर जा रहे हैं, और इस दौरे में सबकी निगाहें ओमान पर टिकी हैं। उम्मीद है कि इस दौरान दोनों देशों के बीच एक बहुत बड़ा व्यापार समझौता (CEPA) हो जाएगा, जो रिश्तों को एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा।

क्या है यह बड़ा समझौता?

विदेश मंत्रालय के अधिकारी भी इस समझौते को लेकर काफी उत्साहित हैं। उनका कहना है कि अगर इस डील पर मुहर लग जाती है, तो यह दोनों देशों के बीच व्यापार के लिए एक गेम-चेंजर साबित होगा। दोनों देशों की टीमें इसे जल्द से जल्द पूरा करने में जुटी हुई हैं, ताकि पीएम मोदी की यात्रा के दौरान यह सपना हकीकत में बदल सके।

एक दोस्त ही दूसरे दोस्त के काम आता है!

इस दौरे में सिर्फ व्यापार ही नहीं, रक्षा के क्षेत्र में भी एक बड़ी खबर है। ओमान भारत को अपने जगुआर लड़ाकू विमानों के स्पेयर पार्ट्स भी देने जा रहा है। दरअसल, ओमान की वायुसेना अब इन विमानों का इस्तेमाल नहीं कर रही है, इसलिए उनके पास जो भी स्पेयर पार्ट्स हैं, वे भारत को देने के लिए तैयार हैं। जल्द ही इन पार्ट्स की सप्लाई भी शुरू हो जाएगी, जो भारत की वायुसेना के लिए काफी मददगार साबित होगी।

वैसे भी, भारत और ओमान के रिश्ते पहले से ही काफी गहरे हैं। दोनों देशों के बीच 10 अरब डॉलर से भी ज़्यादा का व्यापार होता है। सिर्फ व्यापार ही नहीं, रक्षा के क्षेत्र में भी दोनों देश मिलकर सैन्य अभ्यास करते हैं और हिंद महासागर में समुद्री सुरक्षा को लेकर भी दोनों की साझेदारी बढ़ी है।

पीएम मोदी के पूरे दौरे का प्लान क्या है?

  • पहला पड़ाव - जॉर्डन (15-16 दिसंबर): सबसे पहले वे जॉर्डन जाएँगे, जहाँ वे वहां के राजा अब्दुल्ला द्वितीय से मिलेंगे। वह जॉर्डन में बसे भारतीय समुदाय से भी बातचीत करेंगे।
  • दूसरा पड़ाव - इथियोपिया (16-17 दिसंबर): इसके बाद प्रधानमंत्री का अगला पड़ाव होगा इथियोपिया। यह उनका इस देश का पहला दौरा होगा, जो इसे और भी खास बनाता है। यहाँ वे व्यापार, निवेश, खेती और आईटी जैसे कई मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने को लेकर चर्चा करेंगे।
  • आखिरी पड़ाव - ओमान (17-18 दिसंबर): और आखिर में वह ओमान पहुंचेंगे, जहां इस बड़ी आर्थिक साझेदारी पर सबकी नजरें टिकी रहेंगी।

कुल मिलाकर, यह यात्रा भारत के लिए व्यापार, रक्षा और दोस्ती, तीनों ही मामलों में बहुत अहम होने वाली है।