
Up Kiran, Digital Desk: एक उद्योग मंडल के कार्यक्रम में बोलते हुए पीयूष गोयल ने कहा, "हम द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) के लिए अमेरिका के साथ बातचीत कर रहे हैं।" उनका यह बयान तब आया है जब ट्रंप प्रशासन ने रूस से तेल खरीदने की वजह से भारत पर 25 प्रतिशत दंडात्मक टैरिफ सहित कुल 50 प्रतिशत का भारी-भरकम टैरिफ लगा दिया है।
भारत को उम्मीद है कि प्रस्तावित व्यापार समझौते पर अमेरिका के साथ रुकी हुई बातचीत फिर से शुरू होगी और गतिरोध का समाधान निकलेगा। बता दें कि इस समझौते के लिए छठे दौर की बातचीत 25 अगस्त को नई दिल्ली में होनी थी, लेकिन अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने अपना दौरा रद्द कर दिया था।
राष्ट्रीय हित सबसे पहले"
पीयूष गोयल ने भारत का पक्ष मज़बूती से रखते हुए कहा कि किसी भी देश के साथ मुक्त व्यापार समझौते (FTA) के लिए सरकार का दृष्टिकोण राष्ट्रीय हित और भारतीय उद्योग की प्राथमिकताओं से तय होगा।
उन्होंने कहा, "मेरा नज़रिया हमेशा से बहुत साफ़ रहा है। जब हम व्यापार समझौते करते हैं, तो मुझे राष्ट्रीय हितों की रक्षा करनी होती है। अब हम किसी भी देश के साथ बातचीत शुरू करने से पहले ही यह तय कर लेते हैं कि आप हमारी संवेदनशीलताओं का सम्मान करें, हम आपकी संवेदनशीलताओं का सम्मान करेंगे। दुनिया के हर देश की अपनी चिंताएं होती हैं।"
मंत्री ने यह भी कहा कि अमेरिका के साथ भारत के संबंध "बहुत महत्वपूर्ण" हैं और दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में भारत में लचीलापन, ताकत और संभावनाएं भरी हुई हैं।
वहीं, इस तनाव को कम करने की कोशिश करते हुए अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने कहा है कि "दो महान देश इस मुद्दे को सुलझा लेंगे," जिससे उम्मीद है कि ट्रंप प्रशासन जल्द ही भारत के साथ व्यापारिक तनाव को हल करना चाहता है।
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