img

Up Kiran, Digital Desk: बिहार में अपराध की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। आए दिन लूटपाट, गोलीबारी और हिंसक झगड़ों की खबरें सुनने को मिलती हैं। सरकार द्वारा कानून व्यवस्था सुधारने के लिए कई बड़े कदम उठाए जा रहे हैं, जिनमें आईपीएस अधिकारियों के तबादले भी शामिल हैं, लेकिन स्थिति में कोई खास सुधार नजर नहीं आ रहा। ताजा मामला पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र का है, जहां डायल 112 की पुलिस टीम पर जानलेवा हमला हुआ।

जानकारी के मुताबिक, यह घटना एग्जीबिशन रोड स्थित एच कॉम्प्लेक्स में हुई। यहां एक पिता-पुत्र के बीच विवाद के चलते पिता शहजाद खान ने पुलिस को बुलाया था। जब पुलिस वहां पहुंची, तो उनका बेटा शिवतेन राजा अत्यंत गुस्से में था। उसने पुलिसकर्मी संजय कुमार को गेट के सामने ही पकड़ कर मारना-पीटना शुरू कर दिया। पुलिसकर्मी ने बताया कि शिवतेन ने उन्हें जमीन पर गिराकर पीटा, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिसकर्मी ने किसी तरह अपनी जान बचाई, लेकिन इस दौरान उनकी वर्दी फाड़ दी गई और चश्मा भी टूट गया।

घायल पुलिसकर्मी ने तुरंत वायरलेस के जरिए उच्च अधिकारियों को इस हमले की सूचना दी और डायल 112 की टीम को भी मैसेज भेजा। घटना की जानकारी मिलते ही गांधी मैदान, कोतवाली और कदमकुंआ थाना की पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। स्थानीय लोगों की मदद से आरोपी को पकड़ लिया गया। खबर है कि आरोपी शिवतेन के शरीर पर भी चोट के निशान हैं। पिता ने बताया कि उनका बेटा मानसिक रूप से ठीक नहीं है और उसका इलाज चल रहा है। बीते पांच दिनों से वह ठीक से नींद भी नहीं ले पा रहा था।

पिता ने आगे बताया कि आज वे बिहार शरीफ की मजार पर जाने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन कार ड्राइवर समय पर नहीं पहुंच पाया। इस वजह से उनका बेटा घर के लोगों से झगड़ा करने लगा। जब पिता ने उसे समझाने की कोशिश की, तो वह गुस्से में उन्हें मारने-पीटने पर उतारू हो गया। इसी बीच पिता ने पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस के आने पर स्थिति और बिगड़ गई।

यह घटना बिहार में बढ़ती हिंसा और कानून व्यवस्था की स्थिति पर कई सवाल खड़े करती है। पुलिसकर्मियों की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत को और अधिक बल मिलता है, क्योंकि जब सुरक्षा के रखवाले ही खतरे में हों, तो आम नागरिकों की सुरक्षा का क्या भरोसा।

 

--Advertisement--