2024 इलेक्शन के लिए BJP ने अल्पसंख्यक बहुल सीटों के लिए आक्रामक और भावनात्मक रणनीति तैयार की है। इनमें मुस्लिम मतदाताओं को साधने के लिए पार्टी ने पहले ‘स्नेह संवाद’ कार्यक्रम किए और अब संवाद सेतु के जरिए सक्रियता दिखाई जा रही है। दूसरी तरफ इन सीटों पर ही हिन्दू वोटरों को अपने साथ जोड़ने के लिए राम मंदिर निर्माण से जोड़ा जा रहा है। इनमें वे वोटर हैं, जो कांग्रेस के पक्ष में वोट करते आए हैं।
सियासी पार्टियों के मुताबिक, राजस्थान में मुस्लिम बहुल विधानसभा सीटों की तादाद 40 है और इसी आधार पर रणनीति तैयार की गई है। BJP ने इनमें से 18 सीट ऐसी मानी है, जहां परिणाम में मुस्लिम मतदाता निर्णायक स्थिति में रहता है। अलवर, भरतपुर, जयपुर शहर, सीकर, चूरू, झुंझुनूं, नागौर, बाड़मेर-जैसलमेर, जोधपुर लोकसभा सीट हैं, जिनमें भारी तादाद में मुस्लिम वोटर हैं। कई विधानसभा क्षेत्र में तो वे निर्णायक स्थिति में रहते आए हैं। BJP अल्पसंख्यक बहुल की 40 विधानसभा सीट मानती हैं।
इनमें हवामहल, किशनपोल, आदर्श नगर, सिविल लाइन्स, सीकर, फतेहपुर, लक्ष्मणगढ़, झुंझुनूं, मंडावा, सरदारपुरा, सूरसागर, फलौदी, पोकरण, जैसलमेर, शिव, चौहटन, बीकानेर पश्चिम, बीकानेर पूर्व, खाजूवाला, पुष्कर, मसूदा, टोंक, कोटा उत्तर, लाडपुरा, नागौर शहर, मकराना, डीडवाना, लाडनूं, नगर, कामां, तिजारा, किशनगढ़बास, अलवर ग्रामीण, रामगढ़, सवाईमाधोपुर, झालरापाटन, बूंदी, चूरू, धौलपुर और करणपुर है।
मुस्लिम वोटरों को कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाना, तीन तलाक कानून, अल्पसंख्यकों के लिए संचालित योजनाएं, हुनर आर्ट और उस्ताद योजना तो हिन्दु मतदाताओं को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण, पेट्रोल-डीजल के कम किए दाम, पीएम आवास योजना-उज्ज्वला योजना, नई रोशनी, नई उड़ान कार्यक्रम गिनाए जा रहे हैं।
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