इस साल के लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के खिलाफ 400 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। विपक्षी दल इस लक्ष्य को खोखला दावा बताकर मजाक उड़ा रहे हैं। कुछ लोग इसे बीजेपी का अति आत्मविश्वास बता रहे हैं। लेकिन सामने आ रहे कुछ खास आंकड़ों पर नजर डालें तो ऐसा लगता है कि नरेंद्र मोदी द्वारा दिया गया 400 पार का लक्ष्य मुश्किल जरूर है लेकिन नामुमकिन नहीं। ऐसा भी दिख रहा है कि बीजेपी और एनडीए इस लक्ष्य को हासिल कर सकती है। लेकिन इस रास्ते में कई बाधाएं भी हैं।
मोदी की अबकी बार 400 पार पर विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे सवाल भी वाजिब हैं। एक तरफ इंडिया अलायंस में करीब 24 पार्टियां शामिल हैं। वहीं पिछली बार एनडीए में अकेले बीजेपी ने 303 सीटें जीती थीं। ऐसे में क्या नरेंद्र मोदी बीजेपी की 303 सीटों को 370 सीटों और एनडीए को 400 सीटों तक ले जाने में कामयाब होंगे?
ऐसा सवाल उठ रहा है। 40 साल पहले राजीव गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने अपने दम पर 400 से ज्यादा सीटें जीती थीं। अब मोदी ने बीजेपी और एनडीए के खिलाफ 400 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। फिलहाल इस लक्ष्य तक पहुंचने के लिए बीजेपी और एनडीए को 4 फीसदी ज्यादा वोटों की जरूरत है। अगर ये अतिरिक्त वोट मिल जाएं तो बीजेपी का 400 का लक्ष्य हासिल हो सकता है।
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