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Up Kiran, Digital Desk: सीकर जिले के अजीतगढ़ कस्बे में 1 तारीख की रात हुई ज्वेलरी शॉप में लाखों रुपए की चोरी के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को अरेस्ट किया है। इस वारदात में शामिल दोनों आरोपी चोरी करने से पहले वीर हनुमान मंदिर में दर्शन करने गए थे, और फिर एक सुनसान रात में अपनी योजना को अंजाम दिया।

पुलिस अधीक्षक रिया चौधरी के मुताबिक, घटना अजीतगढ़ के मुख्य बाजार में कान्हा सोनी की ज्वेलरी शॉप से हुई थी। चोरों ने शॉप के ताले तोड़कर करीब 12 लाख रुपये के जेवरात चुरा लिए थे। वारदात के बाद पुलिस ने खास टीम बनाई और अजीतगढ़ से लेकर दिल्ली के आसपास के इलाके तक करीब 350 सीसीटीवी फुटेज की जांच की। इसके आधार पर पुलिस ने आरोपी अखलेश (37) को दिल्ली से और सुरजीत को धौलपुर से गिरफ्तार किया।

सुरजीत और अखलेश की चोरियों की योजना
पुलिस जांच में सामने आया कि अखलेश मूल रूप से भरतपुर का रहने वाला है, लेकिन वह दिल्ली में अवैध शराब का कारोबार करता था। सुरजीत उसके संपर्क में रहता था। दोनों ने मिलकर इस चोरी की योजना बनाई और राजस्थान आए। दिन भर रैकी करने के बाद, दोनों जयपुर ग्रामीण के वीर हनुमान मंदिर में दर्शन के लिए रुके और शाम को वहां समय बिताने के बाद, जैसे ही रात हुई, उन्होंने अपना काम शुरू किया।

गाड़ी और डिजिटल ट्रैकिंग से बचने की कोशिश
मामले में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ। आरोपियों द्वारा चोरी में इस्तेमाल की गई गाड़ी ट्रांसपोर्ट विभाग के रिकॉर्ड में स्क्रैप के रूप में दर्ज थी। गाड़ी के असली मालिक का कोई पता नहीं चल पाया। इसके अलावा, दोनों आरोपियों ने हर टोल नाके पर नगद भुगतान किया, ताकि उनका कोई डिजिटल रिकॉर्ड न बने और वे आसानी से ट्रैक न हो सकें।

अब पुलिस आरोपियों से चोरी के माल की बरामदगी और गाड़ी के बारे में पूछताछ कर रही है, ताकि पूरे मामले का पर्दाफाश किया जा सके।