
Up Kiran, Digital Desk: जो लोग टिकटॉक के दीवाने हैं, उनके लिए यह बहुत बड़ी राहत की खबर है। कई हफ़्तों से चल रहे बैन के खतरे और हाई-वोल्टेज ड्रामे के बाद, आखिरकार अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टिकटॉक को बचाने वाले एक सौदे को अपनी 'मंजूरी' दे दी है। इसका मतलब है कि अब अमेरिका में यह लोकप्रिय वीडियो ऐप बैन नहीं होगा।
क्यों लगा था बैन का खतरा?ट्रंप सरकार का सबसे बड़ा डर यह था कि टिकटॉक, जिसकी मालिक एक चीनी कंपनी 'बाइटडांस' है, के अमेरिकी यूजर्स का डेटा चीन की सरकार के हाथ लग सकता है। इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा माना जा रहा था और इसी वजह से ट्रंप ने टिकटॉक को अमेरिका में बैन करने की चेतावनी दी थी।
तो अब कैसे निकला रास्ता:इस समस्या का हल निकालने के लिए एक बहुत बड़ा सौदा तय हुआ है, जिसकी कीमत लगभग 14 अरब डॉलर आंकी जा रही है। इस डील के हीरो बनकर उभरे हैं अमेरिका के दो बड़े नाम - ओरेकल (Oracle), जो एक बहुत बड़ी टेक कंपनी है, और वॉलमार्ट (Walmart), जो दुनिया की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी है।
इस डील की सबसे ख़ास और बड़ी शर्तें ये हैं:
बनेगी नई कंपनी 'टिकटॉक ग्लोबल': इस सौदे के तहत अमेरिका में एक नई कंपनी बनाई जाएगी, जिसका नाम होगा 'टिकटॉक ग्लोबल'। यह कंपनी ही अमेरिका समेत दुनिया के बाकी हिस्सों (चीन को छोड़कर) में टिकटॉक का कामकाज संभालेगी।
डेटा की सुरक्षा करेगी ओरेकल: सबसे बड़ी चिंता डेटा सुरक्षा की थी, जिसे अब ओरेकल संभालेगा। अब से अमेरिका के सभी टिकटॉक यूजर्स का डेटा ओरेकल के सुरक्षित क्लाउड सर्वर पर रखा जाएगा। यानी डेटा पर से चीन का कंट्रोल ख़त्म हो जाएगा, जो ट्रंप की सबसे बड़ी मांग थी।
अमेरिका को बड़ा फायदा: इस डील से अमेरिका को भी बड़ा फायदा हो रहा है।
'टिकटॉक ग्लोबल' का मुख्यालय अमेरिका में होगा, जिससे देश में करीब 25,000 नई नौकरियां पैदा होंगी।
यह नई कंपनी अमेरिकी खजाने में अरबों डॉलर का टैक्स भी देगी।
यह एक ऐसी डील है जिसमें टिकटॉक भी बच गया, अमेरिका की सुरक्षा चिंताएं भी एक हद तक दूर हो गईं, और देश को आर्थिक फायदा भी हो रहा है। इस डील के बाद टिकटॉक के करोड़ों यूजर्स ने चैन की सांस ली है, क्योंकि अब वे अपने पसंदीदा ऐप को बिना किसी रोक-टोक के इस्तेमाल कर पाएंगे।