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हर साल की तरह केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2024 को आगामी वित्तीय वर्ष के लिए केंद्रीय बजट पेश करेंगी। यह बजट अंतरिम बजट होगा। कई सालों से केंद्रीय बजट फरवरी के पहले दिन पेश किया जाता रहा है। मगर पहले बजट 28 फरवरी (या लीप ईयर में 29 फरवरी) को पेश किया जाता था। यह तारीख क्यों और कब बदली? दरअसल, 2017 में इस परंपरा को बदल दिया गया। तब अरुण जेटली वित्त मंत्री थे। कोरोना महामारी के दौरान भी यह प्रथा जारी रही और 1 फरवरी को बजट 2021 पेश किया गया।

बजट पेश होने से एक दिन पहले सरकार आर्थिक सर्वेक्षण पेश करती है, जो देश की आर्थिक स्थिति पर एक रिपोर्ट कार्ड होता है और बजट की रूपरेखा पेश करता है। बजट पारंपरिक रूप से संसद के दो-भाग वाले बजट सत्र के दौरान प्रस्तुत किया जाता है। पहला भाग आमतौर पर 31 जनवरी को शुरू होता है।

तारीख क्यों बदली?

तारीख में बदलाव से 1 अप्रैल से शुरू होने वाले आगामी वित्तीय वर्ष के लिए नई नीतियां और बदलाव तैयार करने के लिए ज्यादा वक्त मिलेगा। सरकार ने तब तर्क दिया था कि फरवरी के आखिरी कार्य दिवस पर केंद्रीय बजट पेश करने की सामान्य प्रथा के कारण पूरी प्रक्रिया में देरी हुई है क्योंकि यह वास्तव में नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत की तुलना में बहुत देर से पारित किया गया था। 

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