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लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने 29 जून को नालंदा (राजगीर) में ‘बहुजन भीम संकल्प समागम’ में बड़ा राजनीतिक शक्तिप्रदर्शन किया। यह रैली सीएम नीतीश कुमार के गढ़ में आयोजित की गई, और इसमें बहुजन समुदाय—विशेषकर दलित और पिछड़े वर्ग—को लक्षित करते हुए “Bihar First, Bihari First” का नारा दिया गया  ।

रैली की प्रमुख बातें:

243 सीटों का ऐलान: चिराग ने स्पष्ट कहा कि उनकी पार्टी बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, साथ ही उन्होंने खुद को संभावित मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में पेश किया  ।

NDA में नाटकीय बदलाव: चिराग ने यह भी कहा कि NDA की सभी घटक पार्टियाँ एक साथ चुनाव लड़ेंगी, पर उनकी यह भूमिका एनडीए में सीट शेयरिंग और ताकत के समीकरण में संशय पैदा कर रही है  ।

विरोधियों पर हमला: उन्होंने तेजस्वी यादव पर कटाक्ष करते हुए कहा कि “पहले जमीन लिखवाई, अब कलम बांट रहे हैं” और कांग्रेस व INDIA गठबंधन को संविधान और आरक्षण खतरे में डालने का आरोप लगाया  ।


राजनीतिक निहितार्थ:

1. NDA के अंदर उभरती खींचतान: चिराग की मांग और शक्ति प्रदर्शन से जदयू–भाजपा–एलजेपी एवं अन्य घटक दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर तनाव बढ़ सकता है  । 2. महागठबंधन के लिए चुनौती: चिराग का बहुजन और दलित वर्ग में जनाधार बढ़ाना INDIA गठबंधन के वोट बैंक को भी प्रभावित कर सकता है  । 3. सीएम की संभावित जगह पर खिचड़ी: चिराग ने खुद को सीएम उम्मीदवार घोषित कर दिया, लेकिन वे असल में उपमुख्यमंत्री की पोजिशन की इच्छा जता रहे हैं—यह NDA में आने-जाने की संभावना को बढ़ाता है  ।

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