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Up Kiran, Digital Desk: कर्नाटक की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा हो गया है। राज्य के मंत्री बोसराजु ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक विधान परिषद सदस्य (MLC) द्वारा राज्य के मुख्य सचिव (Chief Secretary) के खिलाफ की गई कथित "अपमानजनक" टिप्पणियों की कड़ी निंदा की है। बोसराजु ने इन टिप्पणियों को अस्वीकार्य बताते हुए राज्यपाल से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने और संबंधित एमएलसी के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया है।

यह विवाद तब शुरू हुआ जब भाजपा एमएलसी ने राज्य के शीर्ष नौकरशाह, मुख्य सचिव, के कामकाज और निष्ठा पर सवाल उठाते हुए गंभीर आरोप लगाए। मंत्री बोसराजु ने इन आरोपों को मुख्य सचिव जैसे संवैधानिक पद की गरिमा के खिलाफ बताया और कहा कि यह एक स्वस्थ लोकतंत्र में बिलकुल भी स्वीकार्य नहीं है।

बोसराजु ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "एक निर्वाचित प्रतिनिधि होने के नाते, किसी एमएलसी को बिना ठोस सबूत के इस तरह के निराधार और अपमानजनक आरोप लगाने से बचना चाहिए। यह सिर्फ मुख्य सचिव का अपमान नहीं, बल्कि पूरे प्रशासनिक ढांचे और सार्वजनिक सेवा की प्रतिष्ठा को बदनाम करने की कोशिश है।" उन्होंने इन टिप्पणियों को राजनीतिक प्रतिशोध से प्रेरित बताया और कहा कि यह सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का प्रयास है।

मंत्री ने आगे कहा कि राज्यपाल राज्य के संवैधानिक प्रमुख हैं और उन्हें ऐसे गंभीर मामलों का संज्ञान लेना चाहिए, जहाँ संवैधानिक पदों पर बैठे अधिकारियों पर अनुचित तरीके से हमला किया जा रहा हो।

 उन्होंने राज्यपाल से अनुरोध किया कि वे संबंधित एमएलसी के खिलाफ कार्रवाई करें ताकि भविष्य में ऐसी गैर-जिम्मेदाराना बयानबाजी को रोका जा सके और प्रशासनिक अधिकारियों को बिना किसी डर के अपना कर्तव्य निभाने का अवसर मिल सके।

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