Deaths in Cricket: क्रिकेट एक ऐसा गेम है जहां सुरक्षा को नजरअंदाज करना जानलेवा साबित हो सकता है। केरल के कोट्टाकल में हाल ही में एक दुखद घटना घटी, जहां 15 वर्षीय तपस्या की क्रिकेट प्रैक्टिस के दौरान सिर पर गंभीर चोट आई, जिससे उसकी जान चली गई।
तपस्या, जो कि महाराष्ट्र की निवासी थी, अपने स्कूल के साथियों के साथ बिना हेल्मेट के अभ्यास कर रही थी। घटना उस समय हुई जब वह गेंदबाज के रन-अप पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय पिच पर पड़ी किसी चीज़ की ओर देख रही थी। उसने पुल शॉट लगाने का प्रयास किया, मगर गेंद और बल्ले का सही संपर्क न होने के कारण उसे गंभीर चोट आई।
हालात बिगड़ने पर उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, मगर उसकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ। परिवार ने उसे महाराष्ट्र के एक अस्पताल में शिफ्ट किया, जहां बुधवार को उसने दम तोड़ दिया। तपस्या के पिता परशुराम सेठ सोने के गहनों के व्यापारी हैं और उनका परिवार मलप्पुरम में काफी सालों से रह रहा था।
यह घटना क्रिकेट की सुरक्षा मानकों की ओर ध्यान खींचती है। क्रिकेट की गेंदों की कठोरता के कारण खिलाड़ियों को हमेशा उचित सुरक्षा उपकरणों का उपयोग करना चाहिए। यह एक गंभीर चेतावनी है कि खेल के दौरान सुरक्षा को प्राथमिकता देना कितना आवश्यक है, अन्यथा यह दुखद परिणामों का कारण बन सकता है। पहले भी ऑस्ट्रेलियाई डोमेस्टिक क्रिकेट में फिल ह्यूज की दर्दनाक मौत जैसी घटनाएं हमें यह सिखाती हैं कि सुरक्षा में कभी भी समझौता नहीं किया जाना चाहिए।
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