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राजस्थान से सटे मध्य प्रदेश के राजगढ़ में एक ऐसी घटना सामने आई है, जहां पुलिस ने एक कुख्यात गिरोह के चार वांछित अपराधियों को उनकी ही शादी में अरेस्ट कर लिया। देश भर में डकैती और चोरी की वारदातों में शामिल यह गिरोह कई वर्षों से पुलिस की पकड़ से बाहर था। ये लोग विभिन्न राज्यों में शादी समारोहों से कीमती सामान चुराकर भाग जाते थे।

गैंग के चार सदस्यों को पकड़ने के लिए मध्य प्रदेश पुलिस ने उनकी ही शादी में ऐसा जाल बिछाया कि वे बच नहीं सके। कड़िया गांव को अपराधियों का गढ़ माना जाता है। पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, शादी के लिए अपने पैतृक गांव कड़िया लौटे अपराधियों को पकड़ने के लिए एक बड़ी योजना बनाई गई थी।

अधीक्षक ने बताया कि कड़िया गांव और उसके आसपास 17 अलग अलग पुलिस थानों से कुल 153 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। अफसरों ने तैनात पुलिस बल की सहायता के लिए टेंट, मोबाइल शौचालय और पानी के टैंकरों से सुसज्जित एक पूरी तरह सुसज्जित पुलिस शिविर भी स्थापित किया था। सशस्त्र पुलिस बल तैनात किये गये।

गिरफ्तारी के दौरान कुछ कर्मचारियों को सादे कपड़ों में भी रखा गया था ताकि अपराधी भीड़ में गायब न हो जाए। पुलिस ने लोगों में जागरूकता बढ़ाने और उनकी पहचान में मदद के लिए गांव में इन वांछित अपराधियों की तस्वीरों वाले बैनर लगाए थे। इनमें से कई के विरुद्ध कई राज्यों में आपराधिक मामले दर्ज हैं।

अपराधियों को ऐसे धर दबोचा

शादी की रस्में पूरी होने के तुरंत बाद पुलिस सभी चार अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफल रही। पुलिस अफसरों ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में कबीर सांसी (24) भी शामिल है, जिसके विरुद्ध मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में 16 मामले दर्ज हैं। इसके अलावा ऋषि सांसी (19) के विरुद्ध हरसूद, खंडवा, रीवा, नीमच और राजगढ़ (मध्य प्रदेश) और झालावाड़ (राजस्थान) जिलों में 13 मामले दर्ज हैं। एक अन्य आरोपी मोहनीश सांसी के विरुद्ध छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में 32 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि रोहन सांसी के विरुद्ध चार आपराधिक मामले दर्ज हैं।