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Up Kiran, Digital Desk: दिल्ली की हवा एक बार फिर से खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है. आज, सोमवार सुबह, शहर की हवा एक मोटी, भूरी चादर में लिपटी नजर आई और एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 300 का आंकड़ा पार करते हुए 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया. आलम यह है कि दिल्ली के कई इलाकों में तो AQI 400 के भी पार 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गया है, जो सेहत के लिए बेहद खतरनाक है

एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस हवा में सांस लेना दिनभर में 7 से 8 सिगरेट पीने के बराबर खतरनाक है. हवा में मौजूद PM2.5 कणों की मात्रा विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के तय मानकों से 11 गुना से भी ज़्यादा है

क्यों हुआ दिल्ली का यह हाल?

हर साल की तरह इस बार भी दिल्ली की जहरीली हवा के पीछे कई कारण एक साथ जिम्मेदार हैं

आसपास के शहरों का भी हाल बेहाल

यह समस्या सिर्फ दिल्ली तक ही सीमित नहीं है. एनसीआर के शहर जैसे नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी हवा की गुणवत्ता 'बहुत खराब' बनी हुई है.इन शहरों में भी लोगों को सांस लेने में तकलीफ और आंखों में जलन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

आने वाले दिन और भी मुश्किल

चिंता की बात यह है कि आने वाले कुछ दिनों में इस स्थिति से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है. मौसम विभाग का अनुमान है कि हवा की गुणवत्ता 'बहुत खराब' से 'गंभीर' श्रेणी के बीच ही बनी रहेगी

प्रशासन ने प्रदूषण से निपटने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का दूसरा चरण लागू कर दिया है, जिसके तहत पानी का छिड़काव और कई तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं. लेकिन जब तक मौसम का साथ नहीं मिलता और प्रदूषण के स्रोतों पर कड़ाई से लगाम नहीं लगती, तब तक दिल्लीवालों को इस जहरीली हवा में ही सांस लेने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.