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Up Kiran, Digital Desk:  बिहार के पटना जिले में निर्माणाधीन बिहटा हवाई अड्डे का नाम सहजानंद सरस्वती पर रखने की मांग जोर पकड़ रही है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के राज्यसभा सांसद पी. संदोष कुमार ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू को एक पत्र लिखकर इस प्रस्ताव को औपचारिक रूप दिया है। सांसद का कहना है कि यह न केवल ऐतिहासिक दृष्टि से बल्कि नैतिक रूप से भी उचित होगा क्योंकि स्वामी सहजानंद सरस्वती ने किसानों के अधिकारों और समाज सुधार के लिए जीवन समर्पित किया था।

स्वामी सहजानंद सरस्वती : किसान आंदोलन के महापुरुष

पी. संदोष के अनुसार स्वामी सहजानंद सरस्वती किसान आंदोलन के सबसे प्रभावशाली नेता थे। वे अखिल भारतीय किसान सभा के पहले अध्यक्ष रहे और किसानों के उत्पीड़न के खिलाफ आवाज बुलंद की। एक आध्यात्मिक गुरु होने के साथ-साथ वे गरीब किसानों और ग्रामीण समुदायों के उत्थान के लिए समर्पित थे। सांसद ने अपने पत्र में लिखा है कि वर्तमान में जब किसानों के मुद्दे राष्ट्रीय चर्चा के केंद्र में हैं तब बिहटा एयरपोर्ट का नाम सहजानंद सरस्वती पर रखना एक सही और सम्मानजनक निर्णय होगा।

सामाजिक समर्थन और विरोधाभास

इस मांग को लेकर सोशल मीडिया पर भी व्यापक चर्चा है। खासतौर पर भूमिहार समाज के लोगों ने इस नामकरण की मांग की है जिससे बिहार के महान सपूत की विरासत को सम्मान मिलेगा। हालांकि यह नामकरण विवादास्पद भी हो सकता है क्योंकि पहले राष्ट्रीय लोक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बिहटा एयरपोर्ट का नाम जननायक कर्पूरी ठाकुर के नाम पर रखने की मांग की है जो बिहार के लोकप्रिय और प्रभावशाली राजनीतिक नेता थे।

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