Up Kiran, Digital Desk: बिहार के दरभंगा जिले के सारा मोहनपुर गांव में डायरिया का भयानक प्रकोप देखने को मिल रहा है। अब तक इस बीमारी से दो लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें एक महिला भी शामिल है। वहीं, 70 से ज्यादा लोग बीमार पड़कर अस्पताल में भर्ती हैं।
स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप
दरभंगा के सिविल सर्जन डॉ. अरुण कुमार ने पुष्टि की है कि गांव में विशेष चिकित्सा शिविर लगाया गया है। उन्होंने बताया, “शिविर में बच्चों ने दो दिन पहले डायरिया के लक्षण बताए थे, लेकिन अब गाँव के अधिकांश लोग इसकी चपेट में हैं।”
जान गंवाने वालों में
दीप लाल यादव की मौत मंगलवार रात हुई
लक्ष्मी देवी ने बुधवार सुबह दम तोड़ दिया
गंभीर स्थिति में मौजूद मरीजों को दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (DMCH) और सदर अस्पताल में स्थानांतरित किया गया है।
गांव में स्वास्थ्य आपातकाल जैसे हालात
डॉक्टरों की टीम, एंटीबायोटिक्स, और कीटाणुनाशकों की सप्लाई बढ़ा दी गई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, हालात जल्द काबू में आ सकते हैं। गांव में विशेष ध्यान दिया जा रहा है कि लोग दूषित पानी न पीएं।
डायरिया क्या है?
डायरिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति का मल बहुत पतला या पानी जैसा हो जाता है। यह आमतौर पर कुछ दिनों में ठीक हो जाता है, लेकिन तेज़ लक्षण या तरल पदार्थ की अत्यधिक कमी के कारण यह जानलेवा भी हो सकता है।
डायरिया के लक्षण
पानी जैसा पतला मल
पेट में मरोड़
उल्टी या मतली
बुखार
मल में खून या बलगम
शरीर में कमजोरी और वजन घटना
डायरिया के कारण
वायरल संक्रमण: रोटावायरस, नोरोवायरस
बैक्टीरिया और परजीवी: दूषित पानी/खाद्य पदार्थ
दवाइयों का असर: खासकर एंटीबायोटिक्स
लैक्टोज़ या फ्रुक्टोज़ असहिष्णुता
कृत्रिम मिठास का सेवन
पाचन तंत्र की बीमारियाँ
डायरिया से बचाव के उपाय
साफ पानी पिएं, उबालकर या फिल्टर किया हुआ
हाथ धोने की आदत डालें, खासकर खाने से पहले और टॉयलेट के बाद
दूषित भोजन से बचें, खासकर खुले में बिकने वाले खाने से
बच्चों को रोटावायरस का टीका ज़रूर दिलवाएं
स्वच्छता बनाए रखें, गांवों में भी जल स्रोतों की सफाई जरूरी
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