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Up Kiran, Digital Desk: भभुआ (कैमूर) से युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और एक दिव्यांग नेता, इंद्रजीत कुमार सिंह की जेल में बिगड़ती स्वास्थ्य स्थिति को लेकर कई मानवाधिकार संगठनों ने गहरी चिंता व्यक्त की है। इन संगठनों ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) का दरवाजा खटखटाते हुए इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की है।

क्या है पूरा मामला: इंद्रजीत कुमार सिंह, जो व्हीलचेयर पर हैं, वर्तमान में न्यायिक हिरासत में भभुआ जेल में बंद हैं। मानवाधिकार संगठन 'सिटिजन्स फॉर जस्टिस एंड पीस' (CJP) और 'बंगाल माइनॉरिटी काउंसिल' ने आरोप लगाया है कि इंद्रजीत को जेल के अंदर गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और उन्हें उचित चिकित्सा देखभाल नहीं दी जा रही है।

संगठनों द्वारा NHRC को भेजे गए एक पत्र के अनुसार, इंद्रजीत की हालत लगातार बिगड़ती जा रही है, जिससे उनकी जान को खतरा हो सकता है।

क्या हैं प्रमुख चिंताएं,खराब स्वास्थ्य: पत्र में कहा गया है कि इंद्रजीत कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं, जो जेल के माहौल में और भी खराब हो रही हैं।

अपर्याप्त चिकित्सा देखभाल: आरोप है कि जेल अधिकारी उनकी दिव्यांगता और स्वास्थ्य की स्थिति को नजरअंदाज कर रहे हैं और उन्हें वह मेडिकल अटेंशन नहीं मिल रहा है, जिसकी उन्हें तत्काल आवश्यकता है।

मानवाधिकारों का उल्लंघन: संगठनों का कहना है कि एक दिव्यांग व्यक्ति को उचित स्वास्थ्य सेवा न देना उनके मौलिक मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन है।

NHRC से की गई अपनी अपील में, इन अधिकार निकायों ने आयोग से आग्रह किया है कि वह जेल अधिकारियों को तुरंत इंद्रजीत को सर्वोत्तम संभव चिकित्सा उपचार प्रदान करने का निर्देश दे। उन्होंने यह भी मांग की है कि इस मामले की गहन जांच की जाए और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

यह मामला जेलों में कैदियों, विशेष रूप से दिव्यांग या बीमार कैदियों की स्थिति और उनके मानवाधिकारों पर एक बार फिर से गंभीर सवाल खड़े करता है।