
Up Kiran, Digital Desk: सोमवार को दिल्ली के द्वारका स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS Dwarka) को एक बम की धमकी मिली, जिससे पूरे स्कूल परिसर में हड़कंप मच गया। सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए, स्कूल प्रशासन ने तुरंत सभी छात्रों और कर्मचारियों को सुरक्षित रूप से परिसर से बाहर निकाला। दिल्ली अग्निशमन सेवा ने पुष्टि की है कि पुलिस दल और बम निरोधक दस्ते तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और वर्तमान में पूरे कैंपस की गहन तलाशी ले रहे हैं। दिल्ली पुलिस के अनुसार, यह धमकी भरा ईमेल एक Gmail आईडी के माध्यम से भेजा गया था और यह कई स्कूलों को लक्षित कर भेजा गया था।
अन्य स्कूलों में भी मिली धमकी, माता-पिता की चिंता बढ़ी
दिल्ली पुलिस को मॉडर्न कॉन्वेंट स्कूल, सेक्टर-4, द्वारका और श्रीराम वर्ल्ड स्कूल, सेक्टर-10, द्वारका जैसे अन्य स्कूलों से भी इसी तरह के ईमेल मिलने की जानकारी मिली है। इस घटना से स्कूलों में सुरक्षा को लेकर एक बार फिर गंभीर चिंताएं पैदा हो गई हैं। एक अभिभावक ने अपनी चिंता व्यक्त करते हुए बताया, "हमें स्कूल से बच्चों को वापस ले जाने का संदेश मिला। उन्होंने कारण नहीं बताया। इसलिए हम अपने बच्चे को लेने आए हैं।" यह घटना बच्चों, माता-पिता और स्कूल प्रशासकों के लिए अत्यधिक तनावपूर्ण है।
जुलाई में बेंगलुरु में भी फैली थी दहशत: 40 स्कूलों को मिली थी बम से उड़ाने की धमकी
यह कोई पहली बार नहीं है जब स्कूलों को इस तरह की बम की धमकी मिली हो। इसी साल जुलाई में, बेंगलुरु में ऐसी ही एक बड़ी सुरक्षा चूक देखी गई थी, जब 40 निजी स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी वाले ईमेल मिले थे। उन ईमेल में कक्षाओं में विस्फोटक (Explosives) लगाए जाने की चेतावनी दी गई थी, जिसके कारण पुलिस, बम निरोधक इकाइयों और आपातकालीन सेवाओं को बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाने पड़े थे। आर.आर. नगर और कोंडेंहल्ली जैसे क्षेत्रों के स्कूल भी इसमें शामिल थे। हालांकि, उन सभी मामलों में कोई विस्फोटक नहीं मिला था और वे फर्जी धमकियां निकलीं।
धमकी देने वाले का खौफनाक संदेश
बेंगलुरु में मिले उन ईमेल में धमकी देने वाले ने क्लासरूमों में ट्रिनिट्रोटोल्यूइन (TNT) लगाए जाने का दावा किया था और विनाशकारी परिणामों की चेतावनी दी थी। ईमेल में लिखा था, "मैं तुम सबको इस दुनिया से मिटा दूंगा। एक भी जान नहीं बचेगी। मुझे खुशी होगी जब मैं खबरें देखूंगा... केवल माता-पिता को स्कूल में अपने बच्चों के ठंडे, कटे-फटे शवों से मिलते हुए देखकर।" इस तरह के संदेश बच्चों और समुदाय में गहरे डर और मानसिक आघात का कारण बनते हैं।
बार-बार की धमकियों से सुरक्षा संबंधी चिंताएं बढ़ीं
हालांकि पिछली सभी धमकियां होक्स (नकली) साबित हुई हैं, लेकिन बार-बार होने वाली ऐसी घटनाएं माता-पिता और स्कूल अधिकारियों के बीच तनाव को बढ़ा रही हैं। स्कूलों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं।
आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता आतिशी का केंद्र और BJP पर निशाना
पूर्व दिल्ली मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता आतिशी ने पिछले महीने केंद्र सरकार और भाजपा (BJP)-नीत नागरिक प्रशासन पर कड़ी आलोचना की थी। उन्होंने कहा था, "बच्चों, माता-पिता और शिक्षकों के इस सदमे के बारे में सोचें। भाजपा दिल्ली में शासन के सभी चार इंजनों को नियंत्रित करती है, फिर भी हमारे बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रहती है। यह चौंकाने वाला है!" आतिशी की यह टिप्पणी दिल्ली में स्कूलों की सुरक्षा को लेकर राजनीतिक बहस को भी तेज करती है, जिसमें आम आदमी पार्टी भाजपा शासित नगर निगमों और केंद्र सरकार पर बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में निष्क्रियता का आरोप लगा रही है।
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