
Up Kiran, Digital Desk: भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु मिसाइलों की क्षमता को लेकर अक्सर तुलना होती रहती है। हाल ही में, Moneycontrol ने एक विस्तृत विश्लेषण प्रस्तुत किया है जिसमें भारत की अग्नि-V (Agni-V) और पाकिस्तान की शाहीन-III (Shaheen-III) मिसाइलों की क्षमताओं का तुलनात्मक अध्ययन किया गया है, और यह जानने की कोशिश की गई है कि इस 'न्यूक्लियर मिसाइल पावर' दौड़ में कौन आगे है।
अग्नि-V: भारत का 'गेम-चेंजर' ICBM
रेंज: अग्नि-V भारत की सबसे उन्नत इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) है, जिसकी मारक क्षमता 5,000 किलोमीटर से अधिक है। यह इसे पूरे एशिया, यूरोप के कुछ हिस्सों और अफ्रीका तक मार करने में सक्षम बनाती है।
तकनीक: यह मिसाइल मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टार्गेटेबल री-एंट्री व्हीकल (MIRV) तकनीक से लैस हो सकती है, जिसका अर्थ है कि यह एक ही लॉन्च में कई लक्ष्यों को भेद सकती है। यह DRDO और ISRO की तकनीकी प्रगति का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
रणनीतिक महत्व: अग्नि-V की तैनाती भारत की 'नो फर्स्ट यूज' (No First Use) परमाणु नीति को मजबूत करती है और देश की रणनीतिक स्वायत्तता को बढ़ाती है।
शाहीन-III: पाकिस्तान का 'लंबी दूरी का हथियार'
रेंज: पाकिस्तान की शाहीन-III मिसाइल की मारक क्षमता लगभग 2,750 किलोमीटर बताई जाती है। यह इसे पूरे भारत के साथ-साथ पश्चिम एशिया के कुछ हिस्सों तक पहुंचने में सक्षम बनाती है।
रणनीतिक महत्व: पाकिस्तान के लिए, शाहीन-III भारत के प्रमुख शहरों को निशाना बनाने की क्षमता रखती है और उसकी 'पहला उपयोग नहीं' (No First Use) परमाणु नीति का समर्थन करती है।
'स्पष्ट विजेता' कौन? Moneycontrol का विश्लेषण
Moneycontrol के विश्लेषण के अनुसार, रेंज, सटीकता, तकनीक और MIRV क्षमता के मामले में भारत की अग्नि-V मिसाइल स्पष्ट रूप से पाकिस्तान की शाहीन-III से काफी आगे है। अग्नि-V की रेंज लगभग दोगुनी है और यह अधिक उन्नत तकनीक से लैस है, जो इसे एक अधिक सक्षम और बहुमुखी हथियार बनाती है।
परमाणु क्षमता केवल मिसाइल की रेंज या तकनीक पर ही निर्भर नहीं करती, बल्कि परमाणु हथियारों की संख्या, डिलीवरी सिस्टम की विविधता, कमान और नियंत्रण प्रणाली, और रणनीतिक सिद्धांत भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। फिर भी, मिसाइल प्रौद्योगिकी के मामले में, भारत ने अग्नि-V के साथ एक महत्वपूर्ण बढ़त हासिल की है।
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