fake medical degree: गुजरात में फर्जी मेडिकल डिग्री गिरोह का मास्टरमाइंड पकड़ा गया है। जो एक पूर्व कांग्रेस नेता है। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने शुक्रवार को कांग्रेस पर निशाना साधा। आरोपी फर्जी डॉक्टर पहले सूरत में कांग्रेस मेडिकल सेल का प्रमुख था। कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा कि गुरुवार को अरेस्ट किए गए रसेश गुजराती को 2021 में पद से हटा दिया गया।
राज्य सरकार के गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने शुक्रवार को सूरत में मीडिया से बात करते हुए कहा कि रसेश फर्जी गुजराती डॉक्टरों को डिग्री सर्टिफिकेट देता था। इस शख्स ने पैसे लेकर कई लोगों को फर्जी डॉक्टर बनने में मदद की। पुलिस ने गुरुवार को गुजराती, उनके सहयोगी बीएम रावत और दस अन्य डॉक्टरों सहित 13 लोगों को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने उसके पास से बैचलर ऑफ इलेक्ट्रो-होम्योपैथी मेडिसिन एंड सर्जरी (बीईएमएस) की फर्जी डिग्री बरामद की है। पुलिस ने फर्जी डॉक्टर के क्लीनिक से एलोपैथी और होम्योपैथी दवाएं, इंजेक्शन, सिरप की बोतलें और सर्टिफिकेट जब्त किए हैं।
पुलिस ने सूरत में फर्जी मेडिकल डिग्री मुहैया कराने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। गिरोह 32 साल से कम उम्र और कम पढ़े-लिखे बेरोजगार लोगों को 70,000 रुपये में फर्जी डिग्री देने का ऑफर दे रहा था। इसके अलावा रजिस्ट्रेशन रिन्यू कराने के लिए पांच हजार रुपये का शुल्क लिया जाता था। इनमें से एक फर्जी डॉक्टर शमीम अंसारी है, जिसके गलत इलाज से एक लड़की की मौत हो गई।
गिरोह के मुख्य आरोपी रसेश गुजराती और बीके रावत से पुलिस को सैकड़ों आवेदन और प्रमाणपत्र मिले हैं। यह गिरोह अब तक 1200 लोगों को फर्जी मेडिकल डिग्री सर्टिफिकेट दे चुका है। इस घटना से सनसनी मच गई है। पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है।
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