रूस की राजधानी मॉस्को में 22 मार्च को देर रात टेररिस्ट अटैक हुआ। इस आतंकवादी हमले में पूरा देश दहल उठा। रूस पर इस हमले के बाद फ्रांस एक्शन में आ गया है। एहतियात बरतते हुए फ्रांस ने भी अपने देश की सुरक्षा बढ़ा दी है। फ्रांस के मैक्रों सरकार ने देश में संभावित खतरे से निपटने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा चेतावनी प्रणाली को हाई अलर्ट पर कर दिया है।
24 मार्च को फ्रांस के पीएम गैब्रियल और प्रेसिडेंट इमैनुअल मैक्रों ने वरिष्ठ सुरक्षा और रक्षा अधिकारियों के साथ एक हाई लेवल मीटिंग की। इस मीटिंग के बाद पीएम ने कहा कि फ्रांसीसी सरकार मॉस्को में गोलीबारी के बाद अपनी आतंकी चेतावनी को उच्चतम स्तर तक बढ़ा रही है। फ्रांस के पीएम ने सोशल साइट पर एक पोस्ट में लिखा कि इस्लामिक स्टेट ने मॉस्को हमले की जिम्मेदारी ली है। इसलिए हमारे देश पर बढ़ते खतरे के मद्देनजर पेरिस में ओलंपिक खेलों की मेजबानी से कुछ महीने पहले ये निर्णय लिया गया है।
फ्रांस में कई शहरों में पुलिस गश्त भी बढ़ा दी गई है। सुरक्षा बंदोबस्त भी और ज्यादा मजबूत कर लिए गए, जिसके तहत फ्रांस में तीन लेवल पर टेरर अलर्ट सिस्टम काम करेगा।
आपको बता दें कि फ्रांस में सबसे ऊपरी लेवल पर टेरर अलर्ट सिस्टम को एक्टिव किया गया है। इसके दौरान हाई लेवल सिक्योरिटी सिस्टम को ट्रेन स्टेशनों, एयरपोर्ट और धार्मिक स्थलों जैसे सार्वजनिक जगहों पर एक्टिव किया गया है। इस दौरान सशस्त्र बलों को गश्त बढ़ाने के लिए एक्टिव किया जाता है।
वहीं अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रूस पर हुए आतंकी हमले को लेकर अमेरिका ने पहले ही रूसी अधिकारियों को अलर्ट कर दिया था।
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