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Up Kiran, Digital Desk: फ्रांस की राजनीति से आज एक बहुत बड़ी और हैरान करने वाली ख़बर आ रही . फ्रांस के प्रधानमंत्री, सेबास्टियन लेकोर्नू (Sebastien Lecornu), ने अपने पद पर नियुक्त होने के कुछ ही हफ़्तों के अंदर इस्तीफ़ा दे दिया ਹੈ. इतने कम समय में किसी प्रधानमंत्री का पद छोड़ देना एक बहुत ही असाधारण घटना ਹੈ, जिसने फ्रांस से लेकर पूरी दुनिया के राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी ਹੈ.

क्यों दिया इस्तीफ़ा? क्या है पूरी कहानी?

सेबास्टियन लेकोर्नू को कुछ ही समय पहले फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) ने बड़े भरोसे के साथ प्रधानमंत्री बनाया था. लेकिन, ऐसा लगता  सरकार के अंदर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था.

ख़बरों के मुताबिक, लेकोर्नू सरकार की आर्थिक नीतियों, ख़ासकर बजट में की जा रही कटौतियों को लेकर सहमत नहीं थे. माना जा रहा कि इसी मुद्दे पर राष्ट्रपति मैक्रों और उनके बीच मतभेद इतने बढ़ गए कि लेकोर्नू के पास इस्तीफ़ा देने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा. उनका मानना था कि इन कटौतियों का असर देश की रक्षा और अन्य ज़रूरी सेवाओं पर पड़ सकता ਹੈ.

यह इस्तीफ़ा राष्ट्रपति मैक्रों के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है. यह दिखाता है कि उनकी सरकार के अंदर ही उनकी नीतियों को लेकर कितना गहरा असंतोष ਹੈ.

अब आगे क्या होगा: सेबास्टियन लेकोर्नू के इस्तीफ़े के बाद, अब राष्ट्रपति मैक्रों के सामने एक नया और मज़बूत प्रधानमंत्री ढूंढने की बड़ी चुनौती है, जो उनकी नीतियों को भी आगे बढ़ा सके और सरकार में स्थिरता भी बनाए रख सके.

यह घटना फ्रांस के लिए एक राजनीतिक संकट की तरह है. एक ऐसे समय में, जब यूरोप पहले से ही कई चुनौतियों से जूझ रहा , फ्रांस की सरकार में इस तरह की अस्थिरता आना एक अच्छा संकेत नहीं है. अब सबकी नज़रें इस पर टिकी हैं कि राष्ट्रपति मैक्रों इस संकट से कैसे निपटते हैं और फ्रांस का अगला प्रधानमंत्री कौन बनता ਹੈ.