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CBSE बोर्ड ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए कक्षा 10 और 12 की पाठ्यचर्या में बड़े बदलावों का ऐलान कर दिया है। ये कदम छात्रों को किताबी ज्ञान से आगे ले जाकर व्यावहारिक और कौशल-आधारित शिक्षा की ओर मोड़ने की कोशिश है। दो मर्तबा बोर्ड परीक्षा से लेकर नए ग्रेडिंग सिस्टम तक, ये बदलाव न सिर्फ पढ़ाई के तरीके को बदलेंगे बल्कि छात्रों के भविष्य को भी नई दिशा देंगे। तो आईए इन बदलावों की हर बात को करीब से समझते हैं।

बोर्ड करेगा ये बदलाव

अब छात्र साल में दो बार बोर्ड एग्जाम दे सकेंगे—फरवरी और अप्रैल में। यानी अगर पहली बार नंबर कम आए, तो दूसरा मौका तैयार है। कंप्यूटर एप्लीकेशन, सूचना प्रौद्योगिकी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे विषयों में से एक को चुनना होगा। यह नौकरी और टेक्नोलॉजी के दौर में छात्रों को तैयार करेगा।

पास होने के लिए हर विषय में कम से कम 33% अंक लाने होंगे। अगर विज्ञान या गणित में फेल हुए, तो पास किए गए कौशल विषय या भाषा के अंकों से उसे रिप्लेस कर सकते हैं।

12वीं कक्षा में होंगे ये बदलाव

बोर्ड एग्जाम साल में एक बार होंगे और ये 17 फरवरी 2026 से शुरू होंगे। लैंड ट्रांसपोर्टेशन, इलेक्ट्रॉनिक्स, फिजिकल एक्टिविटी ट्रेनर और डिजाइन थिंकिंग जैसे विषय जोड़े गए हैं। ये आज के उद्योगों की जरूरतों से जुड़े हैं। कक्षा 12 में भी अब यही सिस्टम लागू होगा, जिससे मूल्यांकन ज्यादा सटीक होगा। अकाउंटेंसी के छात्र बेसिक कैलकुलेटर का इस्तेमाल कर सकेंगे।
 

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