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Up Kiran, Digital Desk: हमारा शरीर एक जटिल मशीन है, और इसका एक ऐसा अंग जो अक्सर उपेक्षित रह जाता है, वह है हमारा लीवर। यह चुपचाप हमारे शरीर के अंदर ढेर सारे काम करता रहता है, बिना किसी शिकायत के। लेकिन क्या आप लीवर से जुड़े उन सच को जानते हैं, जो आपकी सेहत के लिए बेहद ज़रूरी हैं? AIIMS से प्रशिक्षित और अनुभवी लीवर विशेषज्ञ डॉ. साइरस कॉन्ट्रैक्टर ने हाल ही में लीवर के बारे में 9 ऐसी 'आँखें खोल देने वाली' सच्चाइयां बताई हैं, जिनके बारे में ज़्यादातर लोग नहीं जानते। आइए, जानते हैं ये क्या हैं:

लीवर: खामोश योद्धा
लीवर एक अद्भुत अंग है जो अपनी 70% क्षमता खोने के बाद भी सामान्य रूप से काम करता रह सकता है। यही कारण है कि जब तक गंभीर समस्या न हो, हमें लीवर की बीमारियों का पता नहीं चलता। इसे 'खामोश योद्धा' कहा जाता है, जो अंदर ही अंदर सब सहता रहता है।

गहरी नींद है लीवर का तोहफा
क्या आप जानते हैं कि जब आप सोते हैं, तो आपका लीवर शरीर के डिटॉक्सिफिकेशन का काम करता है? पर्याप्त और अच्छी नींद लीवर के स्वास्थ्य के लिए बेहद ज़रूरी है। नींद की कमी से लीवर पर तनाव बढ़ता है और वह अपना काम ठीक से नहीं कर पाता।

कॉफी, लीवर की दोस्त
जी हाँ, यह सुनकर आपको शायद खुशी होगी! रिसर्च बताती है कि सीमित मात्रा में ब्लैक कॉफी लीवर के लिए फायदेमंद हो सकती है। यह फैटी लीवर, सिरोसिस (लीवर का सिकुड़ना) और यहां तक कि लीवर कैंसर के खतरे को कम करने में भी मदद कर सकती है। बस ध्यान रहे, कॉफी में दूध और चीनी कम हो।

व्यायाम: लीवर के लिए अमृत
नियमित व्यायाम न केवल आपके शरीर को फिट रखता है, बल्कि यह लीवर के स्वास्थ्य के लिए भी चमत्कारिक है। शारीरिक गतिविधि लीवर में जमा अतिरिक्त वसा (फैट) को कम करने में मदद करती है, जिससे नॉन-अल्कोहलिक फैटी लीवर रोग (NAFLD) का खतरा कम होता है।

शराब और फैटी लीवर: सीधा कनेक्शन
यह कोई नई बात नहीं है, लेकिन इसे समझना ज़रूरी है। शराब का अत्यधिक सेवन सीधे तौर पर अल्कोहलिक फैटी लीवर रोग का कारण बनता है। यह धीरे-धीरे लीवर को नुकसान पहुँचाता है और अंततः सिरोसिस और लीवर फेलियर में बदल सकता है।

छिपे हुए ज़हर: हमारी डाइट में
आजकल के खानपान में कीटनाशक, खाद्य योजक (food additives) और प्रोसेस्ड फूड्स में पाए जाने वाले रसायन हमारे लीवर के लिए धीमा ज़हर हैं। लीवर इन सभी विषाक्त पदार्थों को प्रोसेस करने का काम करता है, जिससे उस पर अतिरिक्त बोझ पड़ता है।

दवाएं भी कर सकती हैं नुकसान
ओवर-द-काउंटर (OTC) दवाएं भी लीवर को नुकसान पहुँचा सकती हैं। विशेषकर पेरासिटामोल (acetaminophen) जैसी दवाएं, यदि अधिक मात्रा में ली जाएं, तो लीवर पर गंभीर प्रभाव डाल सकती हैं। हमेशा डॉक्टर की सलाह या पर्ची पर लिखी खुराक का ही पालन करें।

सप्लीमेंट्स: हर चमकती चीज़ सोना नहीं
बाज़ार में मिलने वाले कई हर्बल सप्लीमेंट्स, खासकर वजन घटाने वाले और बॉडीबिल्डिंग के लिए इस्तेमाल होने वाले सप्लीमेंट्स, लीवर के लिए खतरनाक हो सकते हैं। कई मामलों में ये बिना जानकारी के लीवर को गंभीर क्षति पहुँचा सकते हैं। हमेशा विशेषज्ञ से सलाह लें।

नियमित जांच है सुरक्षा कवच चूंकि लीवर की बीमारियां अक्सर खामोश रहती हैं, इसलिए नियमित स्वास्थ्य जांच और लीवर फंक्शन टेस्ट करवाना बेहद ज़रूरी है। खासकर अगर आपके परिवार में लीवर की बीमारी का इतिहास रहा है या आपकी जीवनशैली जोखिम भरी है। शुरुआती पहचान से कई गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है।