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Up Kiran, Digital Desk: हमारा लिवर (यकृत) शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। यह शरीर को डिटॉक्सिफाई (विषैले पदार्थों को बाहर निकालना), भोजन को पचाने और ऊर्जा बनाने जैसे कई ज़रूरी काम करता है। जब लिवर स्वस्थ होता है, तो पूरा शरीर भी स्वस्थ रहता है। आधुनिक जीवनशैली और गलत खानपान के कारण लिवर पर बहुत दबाव पड़ता है।

अच्छी बात यह है कि आयुर्वेद, हमारी प्राचीन चिकित्सा पद्धति, लिवर को प्राकृतिक रूप से स्वस्थ रखने और उसे मजबूत बनाने के कई आसान और प्रभावी तरीके बताता है। आइए जानते हैं रोज़ाना की कुछ ऐसी ही आयुर्वेदिक आदतें:

 गुनगुना पानी और नींबू/अदरक (Warm Water with Lemon/Ginger): सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में नींबू का रस या अदरक का टुकड़ा डालकर पीना लिवर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। नींबू लिवर को साफ करने में मदद करता है और पित्त (Bile) के उत्पादन को बढ़ाता है, जो पाचन में सहायक है। अदरक लिवर में सूजन कम करने और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।

 कड़वे स्वाद वाली चीज़ें खाएं (Include Bitter Tastes): आयुर्वेद में कड़वे स्वाद को लिवर के लिए अमृत माना गया है। करेला, नीम की पत्तियां, एलोवेरा, मेथी, और कुछ हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक और केल को अपनी डाइट में शामिल करें। कड़वे खाद्य पदार्थ लिवर के डिटॉक्सिफिकेशन प्रक्रिया को बढ़ाते हैं और पित्त के प्रवाह को बेहतर करते हैं।

 त्रिफला का सेवन (Consume Triphala): त्रिफला तीन फलों (आंवला, हरड़, बहेड़ा) का एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक मिश्रण है। यह एक बेहतरीन डिटॉक्सिफायर है जो पाचन तंत्र को साफ करता है और लिवर के कार्य को सपोर्ट करता है। रात को सोने से पहले या सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ त्रिफला चूर्ण का सेवन फायदेमंद हो सकता है (डॉक्टर की सलाह पर)।

रात को हल्का भोजन और समय पर सोना (Light Dinner and Timely Sleep): आयुर्वेद कहता है कि रात में लिवर खुद को ठीक करता है। इसलिए, रात का भोजन हल्का और सुपाच्य (जो आसानी से पच जाए) होना चाहिए। ज़्यादा भारी या तेल वाला भोजन लिवर पर अतिरिक्त बोझ डालता है। साथ ही, रात को सही समय पर और पर्याप्त नींद लेना लिवर के डिटॉक्सिफिकेशन और मरम्मत के लिए बहुत ज़रूरी है।

योगासन और प्राणायाम (Yoga and Pranayama): कुछ योगासन जैसे कपालभाति (प्राणायाम), पवनमुक्तासन (पाचन के लिए) और भुजंगासन (लिवर को उत्तेजित करने के लिए) लिवर के स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं। प्राणायाम शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और रक्त संचार को बेहतर बनाने में मदद करता है, जिससे लिवर को भी लाभ होता है।

शराब से बचें: लिवर के स्वास्थ्य के लिए शराब का सेवन बिल्कुल बंद कर दें या कम से कम करें।

प्रोसेस्ड फूड से दूरी: डिब्बाबंद और प्रोसेस्ड फूड में हानिकारक रसायन होते हैं जो लिवर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

ताजा और घर का खाना: ज़्यादा से ज़्यादा ताजा, पौष्टिक और घर का बना खाना खाएं।

इन आसान आयुर्वेदिक आदतों को अपनाकर आप अपने लिवर को प्राकृतिक रूप से स्वस्थ और मजबूत रख सकते हैं, जिससे आपका पूरा शरीर भी स्वस्थ और ऊर्जावान महसूस करेगा। हमेशा ध्यान रखें कि किसी भी गंभीर समस्या के लिए डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें।

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