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Up Kiran, Digital Desk: क्रिसमस और न्यू ईयर के उत्सव के दौरान अगर रात के समय अचानक हॉट चॉकलेट, बर्गर या किसी विशेष व्यंजन की इच्छा हो, तो अब लोगों को अधिक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। 2025 के अंतिम महीनों में रात के समय की मांग को देखते हुए, रेस्तरां, कैफे, पब और बार अपने कार्य समय को बढ़ा रहे हैं और डिलीवरी सेवाओं पर भी विशेष ध्यान दे रहे हैं। उद्योग से जुड़ी हुई कंपनियों को उम्मीद है कि इस त्योहारी मौसम में उनकी कुल बिक्री पिछले वर्ष की तुलना में 15 से 20 प्रतिशत तक बढ़ सकती है।

मैकडॉनल्ड्स इंडिया के प्रमुख फ्रेंचाइजी ने इस वर्ष पहली बार अपने चार स्थानों को 20 से 24 घंटे तक खोलने का निर्णय लिया है। इसके अलावा देशभर में कंपनी के 30 से अधिक आउटलेट्स के कार्य समय में भी वृद्धि की गई है। कंपनी के मुताबिक, देर रात स्टोर पर आने वाले ग्राहकों की संख्या में 20 प्रतिशत से अधिक का इजाफा देखा जा रहा है। डाइन-इन और डिलीवरी, दोनों माध्यमों से इस समय में बेहतर बिक्री की संभावना जताई जा रही है।

जल्दी शुरू हुआ उत्सव
इम्प्रेसारियो हॉस्पिटैलिटी जैसे बड़े हॉस्पिटैलिटी समूहों का कहना है कि इस वर्ष दिसंबर में उल्लास पहले ही शुरू हो चुका है। 1 से 20 दिसंबर के बीच ग्राहकों की संख्या में लगभग 10 प्रतिशत का इजाफा देखा गया है। ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए कई ब्रांड्स ने करीब दस साल बाद अपने मेन्यू में नए व्यंजन और पेय पदार्थ शामिल किए हैं। न्यू ईयर ईव पर भी, जहां स्थानीय नियमों की अनुमति है, वहां आउटलेट्स को देर रात तक खोलने का विचार किया गया है।

क्रिसमस बना सबसे प्रमुख बिक्री चालक
कई रेस्तरां श्रृंखलाओं का कहना है कि क्रिसमस उनके लिए वर्ष का सबसे बड़ा बिक्री दिन साबित होता है। कुछ ब्रांड्स को इस दौरान 15 से 25 प्रतिशत तक की वार्षिक वृद्धि की उम्मीद है। ठंड और प्रदूषण के कारण जहां बाहर जाना कई लोगों के लिए कठिन होता है, वहीं फूड डिलीवरी का अहम योगदान है। कई शहरों में कुल बिक्री में डिलीवरी का हिस्सा 30 से 35 प्रतिशत तक बढ़ चुका है।

सरकारी निर्णय और डिजिटल भुगतान से मिली मदद
महाराष्ट्र सरकार द्वारा क्रिसमस और न्यू ईयर के अवसर पर होटलों और रेस्तरां बार को सुबह 5 बजे तक खुले रखने की अनुमति देने से उद्योग को बड़ी राहत मिली है। साथ ही, UPI और अन्य डिजिटल भुगतान माध्यमों के माध्यम से लेन-देन में आई तेजी यह दर्शाती है कि लोग बाहर खाने और ऑनलाइन ऑर्डर पर पहले से ज्यादा खर्च कर रहे हैं। रेस्तरां मालिकों को विश्वास है कि आने वाले समय में यह प्रवृत्ति और मजबूत होगी और त्योहारी मौसम उनके व्यापार के लिए लाभकारी साबित होगा।